कटिहार, 4 दिसंबर : बिहार दस्तावेज नवीश संघ के आह्वान पर राज्य के विभिन्न निबंधन कार्यालयों में शुक्रवार को एक दिवसीय राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया गया। इसी क्रम में कटिहार जिला अंतर्गत अवर निबंधन कार्यालय बारसोई में दस्तावेज नवीश संघ के सदस्यों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।
संघ के अध्यक्ष इफ्तेखार आलम और सचिव राकेश कुमार पांडेय ने कहा कि सरकार ने सभी निबंधन कार्यालयों में पेपरलेस प्रक्रिया लागू कर दी है, लेकिन इसमें दस्तावेज नवीशों की सहभागिता सुनिश्चित नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि पहले सभी दस्तावेज नवीश भूमि और अन्य दस्तावेजों का लेखन करते थे, जिससे उनकी जीविका चलती थी। नई प्रक्रिया के कारण उनके रोजगार पर संकट के बादल छा गए हैं।
संघ के सदस्य नैयर आलम ने कहा कि आम जनता को अब भूमि संबंधी कार्य कराने में काफी परेशानी हो रही है। एक दिन का काम पूरा करने में अब पांच दिन लग जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लगातार नियम बनाकर दस्तावेज नवीशों को बेरोजगार करने की योजना बना रही है।
“नई प्रक्रिया से दस्तावेज नवीश और उनके सहयोगियों का रोजगार समाप्त हो जाएगा, जिसका असर उनके परिवारों पर भी पड़ेगा।” -हैदर अली
प्रदर्शन में शामिल हैदर अली ने कहा कि नई प्रक्रिया से दस्तावेज नवीश और उनके सहयोगियों का रोजगार समाप्त हो जाएगा, जिसका असर उनके परिवारों पर भी पड़ेगा। पूर्व मुखिया अफसर आलम ने कहा कि इस प्रक्रिया से लोगों की समस्याएं तो बढ़ेंगी ही, साथ ही भ्रष्टाचार भी बढ़ेगा।
” इस प्रक्रिया से लोगों की समस्याएं तो बढ़ेंगी ही, साथ ही भ्रष्टाचार भी बढ़ेगा।” – अफसर आलम( पूर्व मुखिया)
प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि सरकार दस्तावेज नवीशों की भूमिका स्पष्ट करे और पेपरलेस प्रक्रिया में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करे। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
कार्यक्रम में शहरीयाज आलम, खुर्शीद आलम, मोहसिन आलम, उस्मान गनी, मुख्तार दीदार, एहसानुल हक, शमीम आलम, श्रवण कुमार यादव, मिथलेश कुमार, शाकिर आलम समेत सैकड़ों दस्तावेज नवीश शामिल हुए।