ग्लोबलटुडे/ नई दिल्ली[तरन्नुम अतहर की रिपोर्ट] : जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रो नजमा अख़्तर ने जामिया के स्कूलों के छात्रों और अध्यापकों को आज संबोधित करते हुए कहा कि छात्रों को आदर्श समाज के लिए तैयार करना अध्यापकों की अहम ज़िम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि जामिया के सभी स्कूलों के प्रिंसिपल और अध्यापक अपने छात्रों की प्रतिस्पर्धी क्षमता में निखार लाने के लिए उन्हें दिल्ली और दिल्ली से बाहर होने वाली तमाम प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए तैयार करें, जिनमें जामिया के छात्र अपने जौहर दिखा सकें।
लड़कियों के बारे में उन्होंने कहा कि वो ज़माना गया जब बच्चियां 10 वीं 12 वीं कक्षा पास करके घरों में बैठ जाया करती थीं। उन्होंने कहा कि जैसे वह जामिया की पहली महिला कुलपति बनी हैं, वैसे ही जामिया की छात्राएं अलग अलग क्षेत्रों का नेतृत्व संभालेंगी।
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प्रो अख़्तर ने कहा कि रमज़ान का मुबारक महीना शुरू होने जा रहा जो अपने पर नियंत्रण और अनुशासन का प्रशिक्षण देता है। खुद पर अनुशासन और नियंत्रण ज़िन्दगी भर काम आता है।
जामिया के स्कूलों के प्रिंसिपल और अध्यापकों से उन्होंने कहा कि स्कूल की तरक्की के लिए वह सरकार की जिस भी स्कीम से पैसा ला सकती हैं, लाने की हर कोशिश करेंगी। प्रिंसिपल और अध्यापकों को उन्होंने निर्देश दिया कि वे अपने छात्रों को स्काॅलरशिप दिलाने के हर संभव प्रयास करें और इस कार्य में व्यक्गित रूप से बच्चों का सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि जामिया स्कूल के 10 वीं और 12 वीं के छात्रों को अभी से समय समय पर जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अन्य विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाना चाहिए।
इस कार्यक्रम में जामिया के सभी स्कूलों के प्रिंसिपल, अध्यापक और छात्र एकत्र हुए।