बुद्ध गोरख कबीर के समता मूलक विचारों को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा
ग्लोबलटुडे,03 सितंबर
सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज और इटवा में रिहाई मंच द्वारा जनसंवाद का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें डुमरियागंज और इटवा के तमाम लोग मौजूद रहे जिसमें रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब , रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव, बांकेलाल यादव, परवेज शामिल रहे।कार्यक्रम का संचालन शाहरुख अहमद ने किया।
कार्यक्रम में संविधान और लोकतंत्र के विभिन्न आयामों पर युवा साथियों के बीच में विमर्श हुआ। लगातार मौलिक अधिकारों का हनन, सत्ता प्रतिष्ठानों द्वारा किया जा रहा है। भारत-नेपाल के तराई क्षेत्र के सिद्धार्थनगर के मूलभूत सवालों पर कोई चर्चा न होने को लेकर कार्यक्रम में मौजूद नौजवानों ने अपनी बातों में रखा।
प्रदेश और देश में हो रहे आंदोलन हों या फिर किसानों से जुड़े आंदोलन हों या और भी कोई सवाल हो उनसे किस तरह से इस क्षेत्र का नौजवान जुड़ सकता है यह बात नौजवानों ने प्रमुखता से रखी।
इस पूरे क्षेत्र में शिक्षा के नाम पर, चिकित्सा के नाम पर कोई बेहतर अस्पताल नहीं है। इस क्षेत्र के बारे में बस यह बात रहता है कि यह भारत-नेपाल का एक तराई क्षेत्र है। यहां के लोग क्या करेंगे क्या नहीं करेंगे इसके बारे में सरकारों के पास कोई नीति नहीं है। जबकि इस क्षेत्र का अपना एक सांस्कृतिक इतिहास रहा है।
यह क्षेत्र बुद्ध, गोरख, कबीर जैसे महापुरुषों की धरती रही है और यहां पर लगातार इस तरह के प्रगतिशील विचारों को लेकर लगातार विमर्श रहा है।
बुद्ध ने समाज में समता, समानता, बंधुत्व और एक दूसरे को साथ में खड़ा करने का काम किया। ऐसे महापुरुषों के विचारों को जनता के बीच में ले जाकर उनको एक सूत्र में बांधने की आज जरूरत है।
जनसंवाद का यह कार्यक्रम रिहाई मंच द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों में चलाया जा रहा है जिसके तहत आज डुमरियागंज और इटावा में हुआ। अगले कार्यक्रम का आयोजन सिद्धार्थनगर और बांसी में होगा। यह कोशिश इस बात की है कि लगातार हम एक साथ एकजुट होकर अपने जीवन स्तर को बढ़ाने जैसे सवालों पर कैसे एक दूसरे के साथ खड़े हो सकते हैं।
कार्यक्रम में अज़ीमुश्शान फारूकी, रियाज़ खान, नौशाद मलिक, अजय श्रीवास्तव, एजाज़ खान, नेमतुल्लाह, कलीम फारूकी, अंकित, आबिद अली, असलम, मलिक हिदायतुल्लाह, अब्दुल वली, अशरफ अली, अफ़ज़ल, नौशाद अहमद,जमील अहमद, अख्तर , साजिद आदि लोग मौजूद रहे।
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