Globaltoday.in | रईस अहमद | रामपुर
उत्तरप्रदेश के जनपद रामपुर(Rampur) में अभी कुछ दिन पहले स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी की कोरोना(Covid-19) रिपोर्ट पॉज़िटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था.
स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आरिश(Arish) को आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी(Jauhar University) के मेडिकल कॉलेज में क्वॉरेंटीन किया और उसका सैंपल दोबारा जांच के लिए भेजा।
इसी दौरान स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आरिश(Arish) ने अपना एक वीडियो(Video) बनाकर वायरल किया. जिसमें उसने कई लोगों के नाम लिए और उनको समझाया कि घबराना मत मैं फिट हूं और साथ ही वहां की व्यवस्थाओं को लेकर जिला प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए। जिसका जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया और उसके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यवाही करने को भी कहा और साथ ही साथ पुलिस से भी उसके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
क्या है वायरल वीडियो में ?
आरिश का 2 मिनट 42 सेकंड का यह वीडियो है. जिसमें वो कह रहा है,”अस्सलाम वालेकुम दोस्तों तुम्हारा भाई बिल्कुल ठीक है. परेशान मत होना। अल्लाह के हुक्म से यह आजमाइश है अल्लाह ताला की तरफ से. दिल में अपने गैर ईमान वालों की तरह ख्याल मत लाना के हमारे टच में आया था और हमारे साथ सिगरेट पिया था. बीमारी अल्लाह ताला देते हैं और वही अच्छा करते हैं और अल्हम्दुलिल्लाह मैं कोई बीमार थोड़ी हूं. तुम्हारे सामने देखो बिल्कुल फिट फाट हूं. यह सब साथी देखो इम्तिहान में है और दुआएं कर रहे हैं अल्लाह ताला से… बस मेरे लिए दुआ करना मेरे लिए. आज रात को मेरी रिपोर्ट आ जाएगी या कल को आ जाएगी… बाकी तुम्हारा भाई बिल्कुल फिट है. तरह तरह के लोगों के दिल में ख्याल आएगा कि उनके साथ सिगरेट पिया था, तुरप चाल खेली थी… उनके साथ बैठा था. उसके बाद और आरिश ने अपने कई दोस्तों के नाम भी लिए. और उनसे कहा घबराना मत आज का रोजा नहीं रखा था. इंशाल्लाह घर जाकर के रोजा रखूंगा. इसके बाद आरिश ने कहा फर्जी बातें हैं कि यहाँ सेहरी मिलती है, इफ्तार मिलता है… यहां कुछ नहीं मिलता है. इसलिए रोजा नहीं रखा और अपना ख्याल रखना बिल्कुल भी परेशान मत होना।
आरिश के इस वीडियो के वायरल होने पर रामपुर के जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने उसके खिलाफ सीएमओ से विभागीय कार्रवाई करने और पुलिस को भी इसके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
अब सवाल कि आरिश एक मुस्लिम है और खुद स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी है. उसने अपने कोरोना पॉज़िटिव होने पर एक वीडियो बनाकर अपने साथियों को समझाने की ही तो कोशिश की थी ताकि वो घबराएं नहीं और अपने मन में उलटे सीधे ख्याल न लाएं क्यूंकि उसको पता था कि कोरोना की लोगों में कितनी दहशत है.
रमज़ान का महीना है और आरिश अपने घर पर रोज़े रख रहा था लेकिन क्वारंटीन सेंटर में उसको सेहरी न मिलने की वजह से रोज़ा छोड़ना पड़ा जिसको उसने अपने वीडियो में बयान किया है तो आरिश ने ऐसा क्या गुनाह कर किया कि उसके खिलाफ जिलाधिकारी महोदय कार्यवाही की बात कर रहे हैं.
आरिश खुद एक फ्रंट लाइन कोरोना वारियर है जिसकी ड्यूटी कोरोना के मरीज़ों की देखरेख में लगी थी जहाँ उसको कोरोना संक्रमण हो गया और उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आ गयी. अब सवाल यह भी है कि कोरोना वार्ड में ड्यूटी कर रहे कोरोना वारियर खुद कितने सुरक्षित हैं. क्यों उनको कोरोना संक्रमण हो रहा है? क्या उनको कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने PPE किट्स दी हैं?
कुछ भी हो कोरोना वारियर आरिश को दोहरी मार पड़ रही है. एक तो कोरोना पॉज़िटिव होना और दूसरे उसकी नौकरी भी जा रही है.
आरिश ने दूसरा वीडियो बनाकर वायरल किया
आरिश एक तो कोरोना पॉज़िटिव होने की वजह से डिप्रेशन में है दूसरे उसको नौकरी और पुलिस कार्यवाही का खौफ. ऐसे में परेशान आरिश ने एक दूसरा वीडियो बनाकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों, पुलिस और जिलाधिकारी महोदय से माफ़ी मांगी है.