आये दिन मकान बिकाऊ है, पलायन जैसी खबरों के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला जनपद संभल के सराय तरीन, हयातनगर में सामने आया है।
बताया जा रहा है कि वहां पर पड़ोसी दबंग गंगाराम के परिवार के डर से दबाव में आकर घर के बाहर पोस्टर लगा दिया जिसमें लिखा है कि गंगाराम वालों के भय से (पलायन), मकान बिकाऊ है। कृपया हमारा मकान ख़रीद कर शिवराज सिंह,शिव कुमार,विनीत कुमार अमित कुमार सुंदर सिंह, शशांक,सतीश,तुषार,हरिओम,सुभाष(अमीन), ललित, अंकित से बचाएं। उक्त दबंग लोग हमसे रंगदारी मांग रहे हैं , वरना जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
इन लोगों पर मोहल्ला छोड़ने का इतना दबाव है कि भय से यह परिवार माकन बेचकर पलायन करने पर मजबूर है। पीड़ित परिवार के मुताबिक घर छोड़कर जाने के अलावा उनके पास कोई और रास्ता नहीं है क्योंकि आए दिन दबंगों द्वारा उन्हें डराया धमकाया जा रहा है।
रमेश चन्द्र जाटव है और दूसरा परिवार भी जाटव है जिनके परिवार में शिवराज सिंह रिटायर्ड पटवारी ,शिव कुमार ,विनीत कुमार ,अमित कुमार ,सुंदर सिंह सफाई कर्मचारी, सतीश अमीन ,सुभाष अमीन,कुषार ललित ओर अंकित जो अक्सर शिकायत करते है और उसके बदले में 1 लाख दो वार्ना जीना हराम कर देंगे।
पीड़ित रमेश और हरनंदी का कहना है कि उनका बेटा जिला पंचायत में नौकर है जिसको जलन के कारण गंगाराम परिवार हटवाना चाहता है। इनका आरोप है कि गंगाराम परिवार जगह-जगह उनके बेटे की झूठी शिकायतें करता है और फर्जी आरोप लगाते हुए लगातार धमकाता है और ₹100000 की मांग करता है। नहीं देने पर धमकाता है।इसलिए उन लोगों से खतरे का अंदेशा भी है जिसके कारण परिवार ने यह फैसला किया और घर पर बाहर पोस्टर लगाकर मकान बिकाऊ है लगा दिया जो की चर्चाओं का विषय बना हुआ है। ग़ौरतलब है कि दोनों ही परिवार आपस में रिश्तेदार हैं।
बैनर पर क्या लिखा है
दबंगो से परेशान होकर बेनर लगा दिया मकान बिकाऊ है। सीएम योगी इंसाफ दिलाओ ,मोदी जी इंसाफ दिलाओ, जिलाधिकारी इंसाफ दिलाओ,एसपी इंसाफ करो बेनर पर लिखा है। अधिकारियो से इन दबंगो की शिकायत है लेकिन पुलिस ने 107/16 कर दी है लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है वह लोग लगातार उत्पीड़न कर रहे हैं और धमका रहे हैं। मजबूर होकर यह कदम उठाया है कि परिवार अब सिर्फ मकान बेचकर जाना चाहता है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि गंगाराम का परिवार फर्जी नामो से जगह जगह शिकायत करता है और उसके बदले में मोटी रकम अवैध वसूली की मांग करता है। अब देखना यह है कि प्रशासन किस तरह इस पर कार्यवाही करता है और कैसे इस परिवार को इंसाफ मिलता है।