Opinion

एक रोज़ा ऐसा भी !

इन दिनों जिस तरह मुसलमानों और हिंदुओं में एक दूसरे के पर्व-त्योहारों के वहिष्कार का अभियान चल रहा है, उसे देखकर मुझे बचपन के...

बंगाल का अभद्रलोक

बंगाल का भद्रलोक अब सचमुच खतरे में है। इस खतरे की शुरुआत पिछली सदी के सातवें दशक में कम्युनिस्ट शासन से हुई थी। अपने दो दशक...

इफ़्तार की सियासत !

किसी भी धर्म के त्योहारों के आयोजन के पीछे का उद्देश्य पवित्र ही होता है, लेकिन समय के साथ उनमें पाखंड और दिखावे की...

मोदी का इंटरव्यू जो इंटरव्यू था ही नहीं!

प्रधानमंत्री को चुनावी रैली में भी एक स्टेट्समैन की तरह बोलना चाहिये न कि किसी छुटभइये नेता की तरह घंटाघर पर ललकारने वाले भाषण...

मासूम बच्ची की अनोखी भविष्यवाणी-ममता बनर्जी होंगी अगली प्रधानमंत्री

कौन बनेगा प्रधानमंत्री ! इन दिनों बहुत सुकून से हूं। बिके हुए और वाहियात न्यूज़ चैनल्स देखना कब का छोड़ दिया है। देश की राजनीति अभी...

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