संभल: हालिया हिंसक घटनाओं के बाद, संभल में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। शुक्रवार को जिले में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं, और जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। इस बीच, मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह की सक्रिय भूमिका ने क्षेत्र में शांति बहाली में अहम योगदान दिया।
जिला सूचना अधिकारी बृजेश कुमार ने जानकारी दी, “संभल में शुक्रवार शाम चार बजे इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं।” यह कदम शाही जामा मस्जिद और अन्य स्थानों पर जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने के बाद उठाया गया।
हिंसा के बाद प्रशासन की तैयारियां
मुगलकालीन मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद भड़की हिंसा के मद्देनजर प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरती। नमाज से पहले अधिकारियों ने निवासियों से अपील की कि वे जामा मस्जिद में एकत्रित होने के बजाय आसपास की मस्जिदों में नमाज अदा करें। स्थिति पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए और ड्रोन की मदद से निगरानी की गई।
मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने कहा, “संभल में जुमे की नमाज बेहद शांतिपूर्ण रही। हम सभी को विश्वास में लेकर काम कर रहे हैं और साथ ही विश्वास बहाली की दिशा में कदम उठा रहे हैं।” उन्होंने यह भी दावा किया कि मंडल के सभी जिलों में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। सिंह ने कहा, “जामा मस्जिद में हमेशा की तरह शांति रही। यह हमारे संयुक्त प्रयास और सभी समुदायों के सहयोग का परिणाम है।”
क़दम जिन्होंने शांति बहाल की
हिंसा के बाद, आंजनेय कुमार सिंह ने संवेदनशील इलाकों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती सुनिश्चित की और शांति समितियों का गठन किया। इन समितियों में स्थानीय समुदायों के प्रतिनिधियों को शामिल कर संवाद स्थापित किया गया। इसके साथ ही हिंसा में शामिल 30 लोगों को गिरफ्तार और 400 लोगों को चिन्हित किया जा चुका है।
बिना पुख्ता सबूत के किसी की गिरफ़्तारी नहीं
इतना ही नहीं आंजनेय सिंह ने केवल किसी का नाम भर लेने से किसी को भी आरोपी न बनाने और बिना पुख्ता सबूत के किसी को भी गिरफ्तार न करने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने लोगों का ब्रेन वॉश करने वाले लोगों को खास तौर पर चिह्नित करने का निर्देश भी दिया है।
नाबालिग बच्चों को, जब तक कि उनके द्वारा बहुत अधिक अपराध न किया गया हो, आरोपी न बनाने और पढ़ने की उम्र के बच्चों को पढ़ाई से तथा काम करने की इच्छा रखने वालों को कौशल विकास के माध्यम से प्रशिक्षित कर रोजगार हेतु चिन्हित करने का निर्देश भी उन्होंने दिया है।
घटना के मास्टर माइंड की तलाश
उन्होंने बताया कि मदरसों में पढ़ने और पढ़ाने वाले बाहर के लोगों की विशेष जाँच की जा रही है। सोशल मीडिया पर अफ़वाह फैलाने वाले या भ्रमित करने वाले पोस्ट डालने वाले बहुत से लोगों को भी चिह्नित किया गया है और जल्द ही ऐसे लोगों को क़ानून के दायरे में लाया जाएगा। मंडल आयुक्त के द्वारा मास्टर माइंड और प्लानिंग करने वालों को पकड़ने को प्राथमिकता पर लिया गया है।
मुस्लिम समुदाय के साथ विश्वास बहाली
संभल के मुस्लिम समुदाय में पहले से अपने व्यापक संबंधों से मुझे शान्ति व्यवस्था बनाने में विशेष मदद मिली है। आंजनेय कुमार ने बताया कि जिन लोगों की मैं पहले से मदद करता रहा हूँ उनके द्वारा भी सहायता की जा रही है। संभल के लोगों की मदद इस उपद्रव को कारित करने वाले लोगों की पहचान करने में भी मिल रही है।
आंजनेय कुमार सिंह ने मुस्लिम समुदाय के नेताओं और प्रभावित परिवारों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की, जिससे लोगों में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा। उन्होंने कहा, “हमने सुनिश्चित किया कि सभी समुदायों की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा की जाए।”
सामान्य स्थिति की ओर बढ़ता संभल
जिले में हिंसा के बाद धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं। बाजार खुलने लगे हैं और स्कूलों में पढ़ाई फिर से शुरू हो गई है। इंटरनेट सेवाओं की बहाली और शांतिपूर्ण जुमे की नमाज इस बात का संकेत है कि संभल एक बार फिर अमन की राह पर लौट रहा है।
स्थानीय निवासियों और प्रशासन के प्रयासों के चलते शांति कायम होने की उम्मीद की जा रही है। मंडलायुक्त आंजनेय सिंह की रणनीतिक और समावेशी नेतृत्व शैली को संकट प्रबंधन के लिए एक आदर्श माना जा रहा है।