Globaltoday.in| रईस अहमद | रामपुर
कोरोना(Covid-19) महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में जनपद रामपुर के जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह(Anjney Kumar Singh) द्वारा आम जनता की आपूर्ति की हर वस्तु के लिए व्यवस्था की जा रही हैं. ऐसे में वह न केवल जनपद निवासियों के लिए भोजन बल्कि अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करा रहे हैं.
इतना ही नहीं इंसानों के साथ साथ यहाँ के जानवरों को होने वाली समस्याओं के लिए भी जिला प्रशासन मुस्तैद दिखाई दे रहा है.
रामपुर की सेलिना(Selina) की बिल्ली की तबीयत खराब होने के बाद जिलाधिकारी से मदद मांगने पर न केवल बिल्ली की मालकिन तक मदद पहुंची बल्कि उन्हें उपयुक्त मेडिसिन और ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टर भी पहुंचे। रामपुर जिला अधिकारी की ऐसी तत्परता के लिए बिल्ली की मालकिन हैरत में है और जिलाधिकारी के गुणगान कर रही हैं।
बिल्ली की मालकिन सेलिना खान ने बताया,”उनकी बिल्ली एंजेल जो एक पर्शियन कैट है जो उनके पास पिछले 2 साल से है, का प्रीमेच्योर बेबी हुआ था जो काफी बड़ा था। उसके होने में उनकी बिल्ली एंजेल को बहुत तकलीफ हो रही थी और उसकी हालत बिगड़ रही थी. जिसके बाद उन्होंने डॉक्टर को कॉल किया और बिल्ली की हालत बताइ तो डॉक्टर ने कहा कि बिल्ली नहीं बचेगी। यह सुनकर मालकिन की आंखें भर आयीं।
डॉक्टर के जवाब से परेशान सेलीना ने रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह को कॉल की. जिसके बाद जिलाधिकारी के स्टेनो द्वारा उन्हें कॉल बैक आया और उन्होंने अपनी समस्या बताई।
इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा महिला की समस्या को देखते हुए बिल्ली के लिए उपयुक्त मेडिसिन और डॉक्टर का इंतजाम किया गया। एक अधिकारी द्वारा एक जानवर के लिए ऐसी भावना देखकर मालकिन भी दंग हैं।
रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया,”जनपद के सभी लोगों तक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति घर-घर सुनिश्चित की जा रही है. इसके लिए हमारा कंट्रोल रूम हमेशा सक्रिय रहता है. इसके साथ हमने यह भी निर्देश दिया है कि जो बेजुबान जानवर हैं उनके लिए भी हम प्रयास करते रहें जैसे स्ट्रीट डॉग हैं उनके लिए भी हमने कुछ एनजीओस को लगा रखा है और हमारे अधिकारी भी उनकी मॉनिटरिंग करते रहते हैं और इस तरह की सूचनाएं अगर हमारे पास आती है तो उसको तत्काल हैंडल किया जाता है।
ऐसी ही एक सूचना बिल्ली के बारे में आई थी बिल्ली की जो मालकिन थी उनका कहना था कि बिल्ली की तबीयत बहुत ज्यादा खराब है. उसके लिए पशु चिकित्सा अधिकारी को सूचित कर दिया गया. हमारे कंट्रोल रूम द्वारा और स्टेनो के द्वारा कंट्रोल रूम की यह कार्य प्रणाली है कि कोई भी समस्या जब जनरेट होती है तो जब तक वह समस्या समाप्त ना हो जाए उसका समाधान ना हो जाए तब तक वह उस पर लगे रहते हैं तो उसको मॉनिटर किया गया और जब उनकी समस्या का समाधान हो गया. उसके बाद हमारे कंट्रोल रूम ने उसके चैप्टर को क्लोज किया यह एक सामान्य सी चीज है जिस पर हम लगातार नजर भी रख रहे हैं कि सिर्फ घर-घर आपूर्ति ही नहीं बल्कि अगर जरूरत है तो जितने जानवर हैं चाहे स्ट्रे एनिमल हैं उनकी भी पर्याप्त देखभाल की जा सके।