शुक्रवार को लोकसभा में बसपा सांसद कुँवर दानिश अली ने बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय के नियंत्रण में अनुदान की मांगों की चर्चा के दौरान वृजघाट और तिगरीधाम को विकसित कर पर्यटन के तहत वहां पर नौका की सुविधा देते हुए बेहतरीन पर्यटन स्थल बनाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि मेरे यहाँ सागर तो नहीं है, लेकिन गंगा जी मेरे लोक सभा क्षेत्र में है। मौजूदा हेल्थ मिनिस्टर हैं, वह शिपिंग के पुराने मिनिस्टर थे, मनसुख भाई मांडविया साहब ने हाउस को बहुत प्रबुद्ध किया। मैं देख रहा था कि शायद पहली बार किसी मिनिस्टर ने इतना लंबा इंटर्वेन्शन किया, लेकिन हम लोगों को अहम जानकारी मिली। यह विभाग बहुत ही महत्वपूर्ण विभाग है। अभी मैं इसके इतिहास में जा रहा था तो यह पता चला कि वर्ष 1942 में इस विभाग का नाम डिपार्टमेंट ऑफ वार ट्रांसपोर्ट था यह कई बार बदला। यह सच्चाई है कि सामरिक दृष्टि से भी यह मंत्रालय बहुत महत्वपूर्ण है। पहले जमाने में वायु सेना के द्वारा युद्ध लड़े गए, फिर थल सेना के द्वारा युद्ध लड़े गए, लेकिन जो आने वाला वक्त है, वह पानी का है। हमारी जो तटीय रेखा है, उसकी सुरक्षा का भी बहुत ध्यान रखना पड़ेगा मैं सरकार को सिर्फ एक बात चेतावनी के तौर पर कहना चाहता हूँ कि विनिवेश और निजीकरण के नाम पर हमारी जो सामरिक चीजें हैं, किसी एक कॉरपोरेट हाउस को न दी जाएं। अगर किसी एक पहचान या कॉरपोरेट हाउस को अपने सारे बंदरगाह भी दे दें, सारे हवाई अड्डे भी दे दें तो आने वाला कल कहीं न कहीं असुरक्षित महसूस करेगा। मेरी किसी एक कॉरपोरेट हाउस से कोई निजी बात नहीं है, लेकिन मैं एक सामरिक दृष्टिकोण से यह बात सदन के सामने लाना चाहता हूँ कि जब आने वाली पीढ़ी के लिए इसे ध्यान में रखा जाए।
उन्होंने आगे कहा कि यह बात सही है कि हमारे यहाँ जितना माल आयात होता है, तकरीबन 90-95 प्रतिशत बंदरगाह के ही माध्यम से आता है। इस उद्योग में वाकई बहुत गुंज़ाइश है। हमारे पास तकरीबन 72 हजार किलोमीटर की तटीय रेखा है। पिछले दिनों हम भी कुछ जगहों पर गए थे यह केवल इनका ही विभाग नहीं है, बल्कि रक्षा का भी विभाग है, ऐसी पीएसयूज़ हैं, जिनको मदद करने की जरूरत है। उसमें बहुत सम्भावना है, जैसा कि माननीय मंत्री जी ने अपने अंतःक्षेप के दौरान कहा।
शिपयार्ड कंपनी द्वारा बैंक धोखाधड़ी घोटाला पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि पिछले दिनों अखबार में एक खबर आई कि जहाज उद्योग से ही संबंधित कोई ए.बी.जी. शिपयार्ड कंपनी थी, वह बैंक से तकरीबन साढ़े बाइस हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का धोखाधड़ी, घोटाला करके भाग गयी।
ऐसे जो कॉरपोरेट्स हैं या कंपनियां हैं, जो ऐसी योजनाओं का फायदा उठाती हैं, उन पर हमें लगाम लगाने की जरूरत है। साढ़े 22 हजार करोड़ रुपये गरीबों और करदाताओं का पैसा है, जिनको वे बैंकों से लूटकर चले गए। मैं कहना चाहता हूँ कि जो जलमार्ग विभाग है, इसमें यहां समुद्र-पर्यटन की बात हुई।
अपने लोकसभा क्षेत्र में पर्यटन स्थल बनाने की मांग करते हुए कुँवर दानिश अली ने कहा के हमारे यहां गंगा है, बृजघाट और तिगरीधाम है। मैं चाहूंगा कि आप मेरे क्षेत्र में अध्ययन कराइए दिल्ली से सड़क मार्ग से सिर्फ एक घंटे का रास्ता है। अगर वृजघाट और तिगरीधाम को विकास किया जाए, टूरिज्म के तहत वहां पर नौकायें चलाई जाएं, तो मैं समझता हूं कि दिल्ली के आसपास सबसे बेहतरीन प्रयटक स्थल हो सकता है। हमारे क्षेत्र के जैसा दिल्ली के आसपास कहीं ऐसी जगह नहीं है।
मैं उम्मीद करता हूं कि माननीय मंत्री जी इसका संज्ञान लेंगे और अमरोहा लोक सभा क्षेत्र में बृजघाट और तिगरीधाम में नौका विहार चलवाने का काम करेंगे।
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