Globaltoday.in| रईस अहमद | रामपुर
उत्तर प्रदेश में महिलाएं घर के अंदर भी सुरक्षित नहीं रह गईं। सुरक्षित रहें भी तो कैसे जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं।
रामपुर के थाना पटवाई में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सिपाही द्वारा पटवाई थाना क्षेत्र के ही जीवाई कदीम गांव की एक विवाहिता को अकेला पा कर उसके घर मे घुसकर तमंचे के बल पर बलात्कार करने और फिर उस की अश्लील वीडियों को सार्वजनिक करने की धमकी देकर महीनों तक विवाहिता से यौन संबंध बनाने की एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
एफआईआर(FIR) दर्ज कराने के बाद दंपत्ति ने सोचा था कि शायद उनको सिपाही के बार बार यौन शोषण किए जाने से राहत मिलेगी लेकिन एफआईआर दर्ज करने के बाद तो मानो उनका जीना ही दूभर हो गया।
लगातार उन पर समझौते का दबाव बनाया जाने लगा। गांव के दबंग समझौते के लिए दबाव बना रहे थे, तो खुद थाने के इंचार्ज ने भी पुराने किसी मामले में पति के आरोपी होने की धमकी देते हुए जेल भेजने की बात कही।
पुलिस के इन्हीं दबाव के चलते महिला ने जहर खा लिया। जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई उसे जिला अस्पताल रामपुर लाया गया जिसके बाद उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है।
रामपुर के थाना पटवाई क्षेत्र के ही जीवाई कदीम गांव में एक दम्पत्ति हंसी खुशी अपना जीवन गुजार रहे थे कि उनकी हंसती खेलती ज़िन्दगी पर एक सिपाही की बुरी नज़र पड गयी।
महिला पर बुरी नज़र डालने वाला कोई गुंडा बदमाश नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश पुलिस का एक सिपाही था, जिसने विवाहिता को अकेला पाकर घर मे घुस गया और अकेली महिला के साथ तमंचे के बल पर बलात्कार किया।
मामला इतने पर ही नहीं रुका बल्कि यह सिपाही द्वारा उसका अश्लील वीडियो बना कर महीनों तक धमका कर यौन संबंध बनाता रहा।
पति से जब उसने सारा मामला बताया और उसके साथ पुलिस के आला अधिकारियों से शिकायत की जिस पर 2 दिन पूर्व ही थाना पटवाई के इस सिपाही के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
लगातार यौन शोषण के इस नर्क से निकलने के लिए पति पत्नी द्वारा पुलिस अधिकारियों से लगाई गई गुहार के बात जब मामला मीडिया तक पहुंच गया तो सिपाही के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई।
सौभाग्य दंपति ने सोचा था कि शायद एफ आई आर दर्ज होने के बाद उनका लगातार हो रहे उनके शोषण का सिलसिला थम जाएगा और उनको इंसाफ मिल सकेगा और वे अपना जीवन सुख से जी सकेंगे लेकिन एफआईआर दर्ज होने के बाद तो उन पर जिंदगी और भी तंग कर दी गई। गांव के दबंगों द्वारा समझौते के लिए दबाव बनाया जाने लगा।
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गांव के दबंगों के दबाव और पुलिस के द्वारा पुराने मामलों में पति कि गिरफ्तारी की धमकी से तंग आकर महिला को पुलिस से छुटकारा पाने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था सिवाय अपनी जीवन लीला समाप्त करने के, आख़िर मजबूर होकर उसने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की।
विवाहिता के पति प्रेम बाबू ने बताया कि लोग उस पर राजीनामे का दबाव बना रहे हैं। कह रहे हैं तुम पैसा ले लो… ₹5 लाख ले लो, 10 लाख रुपए ले लो और इस मैटर को भूल जाओ। पीड़िता के पति ने कहा मुझे मेरी इज्जत प्यारी है।
प्रेम बाबू ने कहा हर दिन 10 से 20 लोग मेरे घर पर राज़ीनामे के लिए आते हैं। वहीं पुलिस वाले मुझसे कहते हैं तेरे को 380 का मुकदमा लगा है तो हम जेल भेज देंगे।
वही प्रेम बाबू ने कहा मेरे ऊपर फर्जी मुकदमा लगा है। जयप्रकाश दरोगा ने मेरे ऊपर फर्जी मुकदमा लगाया था। प्रेम बाबू ने कहा मैं मुलजिम हूं लेकिन मैं आज तक जेल तो नहीं गया। यह लोग मुझे किसी झूठे मुकदमे जेल नहीं भेज दें। इसलिए मेरी बीवी ने यह कदम उठाया। मेरी पत्नी ने दबाव की वजह से जहर खाया है। कहीं मेरे पति को मरवा ना दें पीड़िता के पति ने कहा पटवाई के दबंग लोग हैं जो रोजाना मेरे घर पर आकर मेरे ऊपर दबाव बनाते हैं कि समझौता कर ले। हम तेरी बीवी से पूरे गांव से उस सिपाही से हाथ जोड़कर माफी मंगवा देंगे ।
सीओ श्रीकांत प्रजापति ने इस मामले पर बताया पटवाई थाने का मामला है। जहां एक महिला ने जहर खाया है। डॉक्टर द्वारा पता चला है कि उसने रेड किलर लिया है। किन परिस्थितियों में लिया है क्यों लिया है इसके बारे में जानकारी की जा रही है। उसके द्वारा पूर्व में एक दुष्कर्म का मुकदमा लिखाया गया था। जिसमें सिपाही को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। डॉक्टर द्वारा बताया गया है कि महिला की हालत ठीक ठाक है। बरहाल उसे यहां से हायर सेंटर के लिए रेफर किया जा रहा है। पति का आरोप है कि उसके ऊपर दबाव बनाया जा रहा है। वही सीओ ने कहा अगर उस के पर दबाव बनाया जा रहा था तो उसने किसी उच्च अधिकारी से इस बात की शिकायत करना चाहिए थी। सीओ ने कहा अगर उसको पर दबाव बनाया जा रहा है तो उसकी भी जांच की जाएगी।
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