अब आज़म खान ने हनुमान जी को बताया अपना रिश्तेदार, शराब से मौतों पर योगी सरकार को घेरा

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उत्तर प्रदेश/रामपुर[सऊद खान]: सपा नेता आजम खां की मौलाना मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी का आज दूसरा दीक्षांत समारोह था। इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को भी आना था लेकिन किसी कारण से वे इस कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए। आज़म खान ने ही बच्चों को डिग्रियां और मेडल दिए।

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आज़म खान जौहर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समरोह के दौरान-फोटो ग्लोबलटुडे

दीक्षांत कार्यक्रम के दौरान यूनिवर्सिटी में काफी तादाद में छात्र जमा थे। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैदराबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉक्टर फैज़ान मुस्तफ़ा थे।

अब हनुमान हमारे रिश्तेदार हो गये

सपा नेता आज़म खान ने अपनी स्पीच के दौरान भाजपा पर भी तंज़ किया। उन्होंने कहा कि कोई हनुमान को दलित कहता है, कोई जाट कहता है, कोई ठाकुर कहता है और एक साहब ने तो उनको मुसलमान तक कह दिया। तो जब हनुमान मुसलमान हैं तो झगड़ा ही खत्म हो गया। अब हनुमान जी हमारे रिश्तेदार हो गये। शराब से हो रही मौतों पर भी आज़म खान ने योगी सरकार पर निशाना साधा।

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जौहर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समरोह की तस्वीर-फोटो ग्लोबलटुडे

आज़म खान ने कहा अध्यक्ष आनंद जी महाराज और शंकराचार्य महाराज ने अपना क़ासिद यानि किसी व्यक्ति को भेजकर यह मांग की थी कि हम कुंभ का समापन आप से करवाना चाहते हैं। इस पर आज़म खान ने कहा पता नहीं जो लोग हनुमान जी को दलित बताते हैं, कुछ लोग जाट कहते हैं,कुछ लोग ठाकुर कहते हैं और उनके एक एमपी ने तो उनका उनको चीन तक का बता दिया और उससे ज्यादा बात तब बढ़ गई जब उनको मुसलमान बता दिया गया। इस पर आज़म खान ने हँस कर तंज़ भरे अंदाज़ में कहा कि भाई अब तो झगड़ा ही खत्म हो गया, अब तो हनुमान जी हमारे रिश्तेदार हैं।

हर वक़्त आरती उतारने वाले योगी को इंसानों की मौत का क्या पता?

उसके बाद आज़म खान ने योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिसने इंसानों का हक़ नहीं दिया उसकी कोई इबादत क़ुबूल नहीं होगी। आज़म खां यहीं नहीं रुके। उन्होंने ने अपने हाथ के इशारे से योगी जी की आरती करते हुए नक़ल की और कहा जो सारे दिन यह करते रहेंगे उन्हें क्या पता कि गोरखपुर में कितने बच्चों की मौत गयी है। उन्हें क्या मालूम सहारनपुर में कितने लोग शराब से मर गए। आज़म खान ने कहा राज चलाने वाले लोगों को यह नहीं पता कि लोग क्यों मर रहे हैं। अगर शराब से कोई मर रहा है तो उसमें शराब ज़िम्मेदार है। बीमारी से मर गया तो बीमारी जिम्मेदार। ट्रेन टकरा गई, पटरी खराब है इसके जिम्मेदार वह कहां से हो गए। जैसा ऊपर वाले ने चाहा वैसे ही हुआ।

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