Globaltoday.in | रईस अहमद | रामपुर
रामपुर में कोरोना पॉजिटिव (Covid-19) युवक का वायरल वीडियो करना पड़ा महंगा।
उस युवक ने क्वारंटीन सेंटर (जोहर यूनिवर्सिटी) से 2 मिनट 50 सेकंड का वीडियो वायरल किया। जिसमें उसने कोरोना के बारे में लोगों को गलत सूचना दी कि कोरोना को हव्वा बना रखा है और मैं बिल्कुल सही हूं मुझे कोई परेशानी नहीं है मुझे कोई सांसे लेने भी परेशानी नहीं है और यहां लाकर मुझे डाल दिया है। युवक ने इस तरह के वीडियो वायरल किया जिस पर जिला अधिकारी ने संज्ञान लिया और रजनीश नाम के युवक के खिलाफ थाना अजीम नगर में डॉक्टर मनोज कुमार शुक्ला ने एफ आई आर दर्ज कराई है।
एफ.आई.आर धारा 188,269,505(2), सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम धारा 66 ,और महामारी अधिनियम की धारा 3 के तहत दर्ज़ की गयी है।
रामपुर के जिलाधिकारी आंजनेय कुमार जिस तरह से लोगों को जागरूक कर रहे हैं और घरों में रहने की अपील कर रहे हैं तो वही कुछ लोग उनकी इस मेहनत को विफल करने के लिए तरह-तरह के वीडियो बनाकर वायरल कर रहे हैं।
अभी कुछ दिन पहले ही एक स्वास्थ्य कर्मी ने कोरेनटाइन सेन्टर से एक वीडियो बनाकर वायरल किया था जिसके खिलाफ जिलाधिकारी ने कार्रवाई की थी।
अब दूसरा मामला फिर जोहर यूनिवर्सिटी से एक रजनीश नाम के युवक जो मिलक का रहने वाला है और कोरोना पोज़िटिव है।
उसने एक 2 मिनट 50 सेकंड का वीडियो वायरल किया जिसमें उसने कोरोना को लेकर काफी भ्रमित सूचनाएं लोगों को दीं और यहां तक कहा कि कोरोना को हव्वा बना रखा है और मैं बिल्कुल फिट हूं मैं सही हूं मुझे यहां लाकर डाल दिया है और यहां पर टोटी में पानी नहीं आता है और जहां बच्चों को दूर रखने की बात कहते तो हैं लेकिन यहां पर एक ही बाथरूम से, एक ही नल से बच्चे बड़े सब पानी पी रहे हैं। एक ही रास्ते से जा रहा है और उसी रास्ते से हम जा रहे हैं यहां कोई ऐसा पालन नहीं हो रहा है।
युवक का नाम रजनीश है जिसने 2 मिनट 50 सेकंड का एक वीडियो बनाकर वायरल किया है, जिसमें वह अपने सभी गांव वालो, रिश्तेदार, दोस्तों को राम राम कहता है और कहता है ,”मैं रजनीश हूं जिसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव बताई है। सरकार ने उसके अनुसार 21 मई को उसका टेस्ट हुआ था और आगे बताते हुए वह कहता है लोगों को कोरोना होने पर कैसा लगता है यह बताने के लिए उसने यह वीडियो बनाई है। किसी को कोरोना पॉजिटिव होता होगा तो कैसे जीता होगा कैसे मर रहा होगा। मैंने सोचा मैं भी एक वीडियो बनाकर सबको बता दूं। अब तो मुझे कोई दिक्कत है ना बिल्कुल ठीक-ठाक एकदम फीलिंग गुड है और अच्छे से यहां पर रह रहा हूं बट यह यहां पर प्रॉब्लम है ना तो कोई ट्रीटमेंट देने वाला है। कल से आया हूं ना कोई पूछने वाला है कि क्या दिक्कत है क्या दिक्कत नहीं है। वैसे मेरे को तो कोई दिक्कत अभी भी नहीं है। गांव में ऐसे बच रहे हैं घरवालों से जो रह भी गए हैं लोग जो मेरे से मिले थे मिलना नहीं चाह रहे हैं जैसे छूते ही किसी को खा लेगा कोरोना तो ऐसा भाई कुछ नहीं है मेरी तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई है तो मेरे को कोई दिक्कत नहीं लग रही है अभी भी तो जो लोग मेरे से मिले हो उन्हें ऐसी क्या दिक्कत हो सकती है और बात रही कि बच्चों को जल्दी इफेक्ट कर रहा है बता रहे हैं लोग कि बच्चों को जल्दी इफेक्ट कर रहा है तो यहां पर 6 महीने से लेकर 6 साल तक के बच्चे हैं जिन्हें जिस ट्रैक पर मैं चलता हूं जिस रास्ते में रह रहा हूं मैं इसी पर वह रह रहे हैं उसी टोटी से पानी भर कर वह ला रहे हैं मैं ला रहा हूं और भी लोग जा रहे हैं जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव है यहां पर सारे लोग खड़े हैं तो ऐसी कोई दिक्कत ही नहीं है यार पता नहीं कैसे हउआ बना रखा है कोरोना को।वहीं कोरोना केयर सेंटर की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करते हुए उसने कहा पानी भी नहीं आ रहा है 2 दिन से इसलिए मूह भी नहीं धुला है ब्रश कर लिया है बस मैंने सोचा सब लोग को बता दूं कोई ऐसी दिक्कत वाली बात नहीं है मैं एकदम गुड हूं ना कोई सांस लेने में दिक्कत है कहीं से कहीं तक मेरे को कोई दिक्कत नहीं है पता नहीं क्यों लाकर डाल दिया है घर पर खाना बना है ऐसे ही रखा है।
उसने कहा वही है किसी मशीन ने अगर किसी इंसान को मृत घोषित कर दिया तो मर गया भले ही वह प्रैक्टिकली जीवित है वही हिसाब हो रहा है मेरे साथ बट यहां लाकर डाला है तो कुछ तो करना चाहिए अगर तुम्हारे हिसाब से इतनी खतरनाक बीमारी है तो पॉजिटिव है बंदा तो उसका ट्रीटमेंट करो उसको जो भी गोली देनी है वह दो लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है यहां पर बस लाकर डाल दिया है जैसे कोई क्राइम कर दिया हो जेल में लाकर डाल दिया है बस, फेंककर बिस्किट प्रोवाइड करा देते हैं खाना प्रोवाइड करा देते हैं और बस हो गया।
वहीं इस वायरल वीडियो का जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया और डॉक्टर मनोज कुमार शुक्ला की ओर से थाना अजीम नगर में रजनीश के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई। वहीं इस वीडियो के बारे में जिला अधिकारी ने कहा,” कल एक व्यक्ति ने जो खुद एक कोरोना पॉजिटिव है वे चाहे अपनी नादानी में या जानकारी के अभाव में उसने कहा मेरा तो कोई इलाज ही नहीं हो रहा… डीएम ने कहा याद रखिए जब इलाज नहीं है इलाज करेंगे जो प्रोटोकॉल दिया गया है उसके हिसाब से ही इलाज होगा। उसके बावजूद जीवन आपका है फैसला आपका होगा आप अपने जीवन को खतरे में डालना चाहते हैं और आप किसका विश्वास करना चाहते हैं यह आपके ऊपर है… हम हर एक घर में नहीं पहुंच सकते और हर एक व्यक्ति को नहीं पकड़ सकते। जितना शासन और प्रशासन कर रहा है और जितना संभव है सारे प्रयत्न कर रहा है। आप को जागरूक करने से लेकर आपको सही उपाय बताने तक इसलिए लगातार आपसे अपील भी की जा रही है और आग्रह करूंगा की सही जानकारी रखिए और अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा का भरपूर ध्यान रखिए सारी एहतियातों का पालन करिये हम स्वस्थ रहें और सुरक्षित रहे हमारा प्रयास होना चाहिए।