ग्लोबलटुडे/दिल्ली[तरन्नुम अतहर]:अपराध कर जेल में ज़िन्दगी बिता रहे कैदियों को एक नई राह दिखाने के लिए जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा 6 दिनों का स्किल टेस्टिंग एंड सर्टिफिकेशन कार्यक्रम दिल्ली के मंडोली जेल में आयोजित किया गया।
प्रशिक्षित उम्मीदवारों को उनके प्रशिक्षण के सफल समापन के बाद प्रमाण पत्र दिए गए जिससे वो जेल से बाहर आने के बाद रोज़गार के रूप में अपने परिवार की देखभाल कर सकें।
जामिया विश्विद्यालय की स्किल टेस्टिंग एंड सर्टिफिकेशन समन्वयक सुधा चंद्रा और मडोली जेल अधीक्षक राकेश कटारिया सहित पर्यटन और आतिथ्य प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो o निमित चौधरी ने ग्लोबलटुडे को बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जेल के 104 कैदियों (जो कि कुक हैं) के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया, जिसमें खाना पकाने, भोजन की सेवा और सफाई से संबंधित कार्य करने से जुड़े कार्य शामिल हैं।
UPSC Civil Services Result 2018
विभाग के प्रशिक्षित पेशेवरों ने पर्सनल हाइजीन, प्राथमिक उपचार, आतिथ्य कर्मचारियों के गुण, फ़ूड सर्विस , कार्य नैतिकता और प्रभावी संचार, भोजन तैयार करने (भारतीय व्यंजन) और हाउसकीपिंग आदि क्षेत्रों में व्यावहारिक प्रदर्शन के लिए प्रशिक्षण दिया गया।इस ‘स्किल टेस्टिंग एंड सर्टिफिकेशन ‘ में उन्हें खाद्य और पेय सेवाओं की मानक संचालन प्रक्रिया के बारे में भी सिखाया गया।
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इन लोगों का मानना था कि व्यक्ति जन्म से अपराधी नहीं होता है बल्कि समय उनको अपराध की तरफ ले जाता है। लेकिन पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से हमारी कोशिश रही है कि इन कैदियों को प्रशिक्षित किया जाये ताकि जब वो जेल से बाहर आएं तो उनको भी आम लोगो के साथ मिलकर जेल में मिला प्रशिक्षण काम आ सके और उनको रोज़गार के तौर पर अपने परिवार की परवरिश कर सम्मान की ज़िन्दगी बिता सकें।