मेरठ[परवेज़ चौहान]:बीएसपी के पूर्व सांसद, पूर्व मेयर हाजी शाहिद अखलाक टिकट नहीं होने पर बाग़ी होते दिखाई दे रहे हैं।उन्होंने गठबंधन प्रतियाशी को चुनाव हरवाने की धमकी दी है और चुनाव लड़ने के लिए भी संकेत दे दिए हैं। उन्होंने धमकी भरे अंदाज़ में कहा कि अगर गठबंधन से मेरठ लोकसभा सीट से शाहिद अखलाक का टिकट नहीं हुआ तो वो किसी औऱ पार्टी से या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।
हाजी शाहिद अखलाक तीन बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं औऱ एक बार बीएसपी से सांसद और मेयर भी बन चुके हैं। वहीं शाहिद अखलाक का ये भी कहना है कि अभी वह टिकट का इंतजार कर रहे हैं और असल में टिकट के दावेदार भी वही हैं। आगे की रणनीति अपने करीबियों से बातचीत करके तय करेंगे। उनका कहना है कि 2009 में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था और सपा बसपा प्रत्याशियों से ज्यादा मत हासिल किए थे। वहीं गठबंधन के सवाल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि गठबंधन होने से कोई प्रत्याशी जीतने वाले नहीं हैं, जाति समीकरण भी होते हैं और प्रत्याशी दमदार भी होना चाहिए। हाजी याकूब का बिना नाम लिए हुए कहा कि वह किसी को हराने के लिए चुनाव नहीं लड़ रहे हैं बल्कि वह तो जीतने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। अगर वह किसी को हराना चाहें तो अपने घर से बैठकर भी हरा सकते हैं। गठबंधन के प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी की मेरठ की सबसे सुरक्षित सीट मानी जा रही है अगर ऐसे में हाजी शाहिद अखलाक पार्टी से विरोध करते हैं तो निश्चित तय है कि मेरठ से गठबंधन को मेरठ लोक सभा सीट निकालनी बहुत मुश्किल होगी। वहीं हाजी शाहिद अखलाक ने संकेत देते हुए कहा है कि अभी वह निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि उनके पास और भी ऑप्शन हैं। अंदाजा लगाया जा रहा है कि हाजी शाहिद अखलाक शिवपाल यादव का दामन संभाल सकते हैं और उनके टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।