उत्तर प्रदेश/रामपुर[सऊद खान]:उत्तर प्रदेश में ज़हरीली शराब के प्रकोप के चलते हुई मौतों के बाद शासन और प्रशासन सतर्क हो गया है जिसके बाद कुछ अधिकारियों ने पुलिस व आबकारी विभाग को सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। प्रशासनिक अमला अब अवैध रूप से चल रहे शराब के कारोबार पर नकेल कसने पर आमादा है। इसी के चलते रामपुर में भी पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम द्वारा जगह-जगह छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान पुलिस को अवैध रूप से चल रही भट्टियों का पता चला जहां छापेमारी करने पर पुलिस के हाथ कोई शराब माफिया तो हाथ नहीं आया लेकिन भारी मात्रा में शराब बनाने के उपकरण और कच्चा माल बरामद हुआ।
जब पुलिस टीम पीपली वन पहुंची तो यहाँ नहल नदी के किनारे अवैध रूप से चल रही बेशुमार भट्टियां मिलीं। वहीं मौके पर शराब बनाने के उपकरण और अन्य सामग्रियां भी पुलिस ने बरामद कीं। जिसके बाद पुलिस ने बरामद सारी सामग्री को नष्ट कर दिया। अधिकारियों के अनुसार पुलिस द्वारा जनपद में निरंतर इस प्रकार की छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है लेकिन जंगली इलाका होने के कारण शराब माफिया ऐसी जगह में फल-फूल रहे हैं जिनके विरुद्ध भी अब पुलिस सख्त रवैया अपना रही है।
इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने ग्लोबलटुडे को बताया जो लोग अवैध तरीके से शराब बनाते हैं उनके विरुद्ध अभियान चल रहा है। रात में भी धमोरा में चेकिंग की गई और आज अवैध शराब निर्माताओं के खिलाफ बिलासपुर थाना क्षेत्र के 2 गांव जो बदनाम शुदा हैं, बेरखेड़ा, बेरखेड़ी वहां पुलिस और एक्साइज की संयुक्त टीम ने दबिश देकर करवाई की है। उसके बाद टीम पीपली वन आई है वन विभाग की टीम भी इसमें शामिल है।
एक्साइज फॉरेस्ट और पुलिस की संयुक्त टीम ने नहल नदी के किनारे कच्ची शराब बनाने के अड्डे वन विभाग वालों ने पहले से पता कर रखे थे वहां जाकर उनके पास जो उपकरण हैं, ड्रम्स, भट्टियां, लहन यह सब नष्ट किए गए हैं। उपकरण और अन्य सामग्री प्राप्त हुई है। कोई व्यक्ति पकड़ में नहीं आया। लहन कई कुंटल जगह जगह पर मिली है उसे नष्ट किया गया है। उन्होंने इस छापेमारी के बारे में बताते हुए उच्च अधिकारियों के निर्देश होना बताया। वहीं बताया इस अभियान को जनपद में निमृत चलाया जाता है जिसके चलते इस तरह की कोई घटना प्रकाश में नहीं आई थी। लेकिन नहर के किनारे जंगल के इलाके में आमतौर पर पुलिस की पेट्रोलिंग नहीं होती है, एक्साइज के लोग नहीं जा सकते हैं तो उसी के चलते हैं यह अभियान चल रहा है जो अनवरत जारी है।