ग्लोबलटुडे/रामपुर[सऊद खान]:आजम खान ने अमर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा एक बीमार, जिस्मानी बीमार दिल्ली के एक अस्पताल में लेट कर कहता है… व्हाट्सएप पर देखा जा सकता है कि मैं रामपुर गया था, मेरे साथ डेढ़ सौ राइफले थी. अगर आजम मेरे सामने आ जाता तो मैं उसे छलनी कर देता. अरे कैसे छलनी कर देता… कैसे मार देता मैंने एक शेर सुनाया है इस पर नवाज देवबंदी का-
“अंजाम उसके हाथ है आगाज करके देख और भीगे हुए परों से ही परवाज़ करके देख”
आजम खान ने जनसभा को संबोधित करते हुए देश के प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा हमने यह भी बर्दाश्त कर लिया की सरहदों पर फौजियों का खून बहा, 40 जवान मारे गए आरडीएक्स की वजह से और हिंदुस्तान के लोग यह समझते रहे और आज भी समझते हैं ये दुश्मन है, वो दुश्मन है, ये मारना चाहता है, वो मारना चाहता है।
ए हिंदुस्तान के 130 करोड़ लोगो तुमने सुना होगा कल पाकिस्तान के वजीरे आजम का बयान। उन्हें इंतजार है इस बात का कि नरेंद्र मोदी दोबारा वजीर ए आजम कब बनेंगे और जब वो वजीर आजम बनेंगे, हिंदुस्तान और पाकिस्तान का मसला हल हो जाएगा। वो तुम्हारा दोस्त कल भी था, वो तुम्हारा दोस्त आज भी है। कल भी तुम साजिशों में शरीक थे आज भी शरीक हो।
मैं हिंदुस्तान के वजीर ए आजम पर इल्जाम लगाता हूं कि अब से 2 वर्ष पहले अफ़गानिस्तान कंधार से आपका जहाज उड़ा। उसने इंटरनेशनल परमिशन नहीं ली, दूसरे मुल्क की इंटेलिजेंस से क्लेरेंस नहीं ली और आप का जहाज पाकिस्तान के वजीरे आजम से मिलने के लिए उनके शहर, उनके घर पर उतर गया।
आचार संहिता उल्लंघन में फंसी जयाप्रदा
उस दिन नवाज शरीफ की सालगिरह थी। हमारा पड़ोसी मुल्क हमारे जवानों के सर उतारने गया, हमारे पड़ोसी मुल्क ने हिंदुस्तान में रहने वाले हिंदू मुसलमानों की जिंदगी को जहन्नुम कर दिया। हिंदुस्तान में रहने वाले मुसलमान गद्दार कहलाए जाने लगे, मुसलमान पाकिस्तानी एजेंट कहलाए जाने लगे, आईएसआई के एजेंट कहलाए जाने लगे। लेकिन हमारा वजीर ए आजम पाकिस्तान के वजीरे आजम की सालगिरह मनाने बगैर बुलाए टपक गया। जवाब दो कहो यह गलत है अगर यह गलत है तो एक मुकदमा मेरे ऊपर इस बात का भी कायम कर दो।
तुम दुश्मनों के लिए दुश्मन मुल्क के लिए वजीर ए आजम आप कश्मीरी शॉल लेकर गए। क्या हक था आपको कैसे ले कर गए आप। आपने कश्मीरी शॉल एक दुश्मन मुल्क की मां को क्यों भिजवाई क्यों भेट की आपने उन्हें? क्यों आपने उस दिन की फोटो रिलीज नहीं की क्यों नहीं बताया आपने हिंदुस्तान को के आखिर जाने का मकसद क्या था?
आप मलिहाबाद के आम हिंदुस्तान के लोगों को आम खाना मयस्सर नहीं है गर्वत की बिनाह पर और आप हिंदुस्तान की मेहनत के आम ले जाकर दुश्मन मुल्क के वजीरे आजम की मां को खिलाते हैं भाई को खिलाते हैं और वो लोग मौजूद थे उस कमरे में जहां तक मेरी मालूमात है हिंदुस्तान को जिनकी तलाश है आप कल नवाज शरीफ के दोस्त थे और आज इमरान खान आप के दोबारा वजीरे आजम बनने का इंतजार कर रहा है। बताओ लोगों पाकिस्तान का एजेंट मैं हूं या पाकिस्तान का एजेंट मोदी?
आजम खान ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा आपने तो ये कहा था वजीर ए आजम मोहतरम के वो एक सर लेंगे तो मैं 10 साल लेकर आऊंगा। कहां है आप का वादा कहां हैं… आप का चैलेंज…? जवाब चाहता है हिंदुस्तान!
हिंदू भाई चाहते हो ना चाहते हो हिंदुस्तान के मुसलमान चाहते हैं क्योंकि कारगिल की पहाड़ियों पर उनके लहू की छींटे भी मौजूद हैं. नारा ए तकदीर अल्लाह हू अकबर… करगिल की पहाड़ियों को जीता गया था, हम भी थे वहां. क्योंकि मुल्क हमारा भी है कारगिल की पहाड़ियां हमारी भी हैं. मरने वाले जवानों का खून और उनकी मांओं के आंसू उनकी बहनों की किलखियां और बच्चों की कराहटे हमारी तरह थी.
मैंने उन तमाम शहीद जवानों के खानदानों से अपील की है कि मैं मुसलमान हूँ, मैं अल्लाह की हुकुम कुरान और नबी के हुक्म से बंधा हुआ हूं. मैं तुमसे इतनी मोहब्बत करता हूं जितना कोई तुमसे मोहब्बत करता है, मेरे स्कूल हैं मेरी यूनिवर्सिटी है आप अपने बच्चों को मेरे स्कूल में दाखिला दो. आप अपने बच्चों को मेरी यूनिवर्सिटी में दाखिला दो उनके रहने का उनके खाने का उनके लिबास का उनकी पढ़ाई का सारा इंतजाम मेरे लिए जियाले (लोग)करेंगे।
और मैं यहां तुम्हारे बच्चों को,हिंदू बच्चों को और उनकी बच्चियों को डॉक्टर और इंजीनियर बना कर भेजूंगा।
आजम खान ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज करते हुए कहा मोदी जी, योगी जी बहुत बर्बाद कर चुके आप… आप मुल्क का बंटवारा हिंदुस्तानियों के दिलों के बीच का बहुत बंटवारा कर चुके, बहुत बांट चुके हिंदू और मुसलमान में… आप बहुत लडवा चुके आप. अब्दुल हमीद को आप भूल गए क्यों भूल गए आप क्यों भूल गए उस शख्स को उन जैदी साहब को क्यों भूल गए…
मेरे नौजवानों बुजुर्गों जब शहीद भगत सिंह को फांसी का हुक्म हुआ था जज की कुर्सी पर सहारनपुर के एक मुसलमान जज बैठे थे. हुकुम आया… सात समंदर पार का हुकुम आया कि जैदी साहब भगत सिंह को फांसी देना है. तो उन्होंने कहा कि ना हम फांसी नहीं दे सकते और यह कहकर जैदी साहब ने अपने जज की कुर्सी से इस्तीफा दे दिया.
जानते हो भगत सिंह के केस में कौन कौन लोग गवाह थे झूठे गवाह मैं उनके नाम नहीं लूंगा लेकिन उनमें से कोई भी गवाह मुसलमान नहीं था और बेगुनाह भगत सिंह को फांसी हो गई और भगत सिंह को शहीद कहला कर श्रद्धांजलि देने लगे. 70 साल के आजाद हिंदुस्तान में और 70 साल से पहले हजारों साल की दुनिया और 800 बरस की मुगलिया शासन को हम हिंदुस्तान की आवाम के लिए और खासतौर से मुसलमानों के लिए एक लानत का दौर मानते हैं. अगर मुगल बादशाह बने तो यह ना बनाए होते दिल्ली का लाल किला आगरा का किला कितना पैसा लगा होगा उस जमाने में कि अगर मुगल बादशाहो तुमने किलो की जगह यूनिवर्सिटी बनाई होती तो एक किला कम से कम 50 यूनिवर्सिटी बनवा देता।
मुगल हमारे पूर्वज नहीं थे…
आजम खान ने मुगल बादशाहों द्वारा बनाई गई इमारतों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा एक ताजमहल हिंदुस्तान में 2000 यूनिवर्सिटीया बनवा देता. कुतुब मीनार 200 यूनिवर्सिटीया बनवा देती.तुम्हारे आलीशान मकबरे जिनमें मालूम नहीं अल्लाह तुम्हारे साथ क्या मामला कर रहा है अगर यह मकबरे ना बनते तो तालीम का इंतजाम होता. मैं दावा करके कहता हूं अल्लाह के घर को गवाह करके कहता हूं रामपुर की कमज़ोरों तारीख़ बन जाओ यह पैगाम दुनिया तक पहुंचाओ कि मुगल हमारे पूर्वज नहीं थे. अगर वह हमारे पूर्वज होते तो आज हिंदुस्तान का मुसलमान अमेरिका में रहने वाले लोगों से आगे होता और चांद और सूरज तक पहुंचने वाली ताकत हिंदुस्तानीयों की होती।
सपा नेता आजम खान ने कहा तुम्हारी बहन तुम्हारी बेटी तुम्हारी मां उत्तर प्रदेश की वजीरे आला बनी. एक ऊंची जात के वजीरे आला ने सरकारी आवास को गंगाजल से धोया. इससे बड़ी तोहीन इससे बड़ी जिल्लत तुम्हारी और इंसानियत की क्या हो सकती है. एक पिछड़ा जो वजीरे आला बना वह क्योंकि पिछड़ा था वह गिरा हुआ था उसे वजीरे आला होने का हक नहीं था… वजीर ए आला तो अब हैं चिलम के साथ अब आये हैं अब… अखिलेश जी ने कल ही कहा है कि सड़क पर भी खुशबू आती है आज भी कहा है आपने कहां पहुंचा दिया वजीर ए आला की कोठी को… आपने कहां पहुंचा दिया कालिदास मार्ग के साथ आप ने क्या कर दिया.. वजीर ए आला, वजीर ए आजम आप दिनभर पाकिस्तान और मुसलमान के सिवा कुछ याद नहीं है, बांट दिया आपने… मुसलमानों के दिलों में खौफ पैदा कर दिया।
आजम खान जयाप्रदा का नाम लिए बिना तंज करते हुए शायराना अंदाज़ में कहा… वो जिसकी उंगली पकड़कर हम चले थे और जिसका हाथ पकड़कर कोई चला था…
“हमने जब होश संभाला तो संभाला तुमको और तुमने जब होश संभाला तो संभलने न दिया। “
क्योँ इंतेज़ार है इमरान खान को आपके दोबारा आने का क्या मामला है?
सपा नेता आजम खान ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा दोस्ती है तो सरहद के पार जाओ… इमरान खान से दोस्ती लेकिन 130 करोड़ हिंदुस्तानियों के मुस्तकबिल से दोस्ती अगर करोगे अंजाम बुरा होगा. इमरान खान पाकिस्तान के वजीरे आजम पहले उन लाशों के नमाजे जनाजा तो करा दो जो हमने मारे हैं तुम्हारे. एक ही भी नमाज ए जनाजा नहीं हुई… अगर लाश के टुकड़े नहीं मिले, अगर लाशों की राख भी नहीं मिली तो इस्लाम में गायबाने नमाजे जनाजा होती है.. अगर कोई समंदर में डूब कर मर गया और लाश नहीं मिली गायबाना नमाज़े जनाज़ा होगी जब तक हिंदू भाई की अंत्येष्टि नहीं होगी उसे मोक्ष प्राप्त नहीं होगा इसी तरह जब तक मुसलमान की नमाजे जनाजा या गायबाने नमाजे जनाजा नहीं होगी उसे भी मोक्ष हासिल नहीं होगा. इमरान तुम कैसे मुल्क के वजीरे आजम हो साढे तीन सौ लाशों की नमाजे जनाजा नहीं हुई और एक की भी गायबाने नमाजे जनाजा नहीं हुई लानत है तुम्हारे ऊपर…. लानत है तुम्हारे निजाम पर.. लानत है तुम्हारे कोम पर… हम एतेज़ाद करते है ओर हम अपने बज़ीरे आज़म से कहना चाहते हैं कि कल आपको सफाई देनी होगी 130 करोड़ हिंदुस्तानियों को… क्योँ इंतेज़ार है इमरान खान को आपके दोबारा आने का क्या मामला है ,क्या हो रहा है ,क्या बात की है आपने उनसे ,क्या फैसला है उसके पीछे आपका आँखें खोलो हिन्दू भाइयों आंखे खोलो आपस के रिश्तों को अच्छा करो।
बजरंगी कहें… बजरंगअली तोड़ दे दुश्मन की नली
आज़म खान ने कहा अली और बजरंग में झगड़ा मत कराओ, मैं तो एक नाम दे देता हूँ…बजरंग अली मेरा तो दीन कमज़ोर नही हुआ योगी जी. आपने कहा था के हनुमान जी दलित थे. फिर आपके किसी साथी ने कहा कि हनुमान जी ठाकुर थे फिर पता चला कि नहीं वह ठाकुर नहीं थे वह जाट थे. फिर किसी ने कहा वह हिंदुस्तान के थे ही नहीं श्रीलंका के थे. लेकिन बाद में एक मुसलमान ने कहा कि हनुमान जी मुसलमान थे झगड़ा ही खत्म हो गया अब हम अली और बजरंगी कहें… बजरंगअली तोड़ दे दुश्मन की नली… बजरंगअली ले लो जालिमों की बलि ले लो बली बजरंग अली…
आजम खान ने कहा आज पहले चरण में चुनाव हुआ है. भारतीय जनता पार्टी का जनाजा निकल गया. गठबंधन जीत गया. सरकार बदल गई सरकार तुम्हारी है आज उनका है कल तुम्हारा है।