मेरठ/उत्तर प्रदेश[उरूज आलम]: मेरठ में ग्रुप-डी परीक्षा कराने वाले सॉल्वर गैंग का आज एसटीएफ मेरठ ने भंडाफोड़ कर दिया। नकल कराते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ का दावा है कि सॉल्वर गैंग एक-एक लाख रुपये प्रत्येक परीक्षार्थी से लेते थे। यह गैंग पहले भी परीक्षा में नकल कराते हुए पकड़ा जा चुका है और परीक्षा सेंटर में इनकी घुसपैठ बताई जा रही है।
सीओ एसटीएफ के मुताबिक गंगानगर क्षेत्र में मवाना रोड पर एफआईटी कालेज में रेलवे-ग्रुप डी की परीक्षा चल रही है। जहां सॉल्वर गैंग द्वारा नकल कराने की सूचना एक मुखबिर ने दी थी। सूचना पर एसटीएफ मेरठ की टीम ने कॉलेज से सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। परीक्षार्थी के जगह सॉल्वर गैंग का सदस्य अभय परीक्षा देते हुए पाया गया। सातों लोगों की तलाशी ली तो इनके पास से 30 हजार कैश, मार्कशीटस , नौ मोबाइल और कई अन्य दस्तावेज़ बरामद हुए हैं।
सॉल्वर गैंग का सरगना परीक्षार्थी के फिंगर प्रिंट और अंगूठा लगाता है। वह परीक्षार्थी की जगह दूसरा युवक बैठाने के लिए एक फैमिकोल जैल का इस्तेमाल करते हैं जिसको हाथ पर लगाकर फिंगर प्रिंट मशीन में एंट्री हो जाती है। इससे पहले मार्च 2018 में यह सॉल्वर गैंग दिल्ली में पकड़ा गया था । पुलिस ने कहा कि परीक्षार्थी से वह एक-एक लाख रुपये लेते हैं। जो दूसरा युवक परीक्षा में बैठता है, उसको 25 हजार रुपये दिए जाते हैं। सॉल्वर गैंग के सदस्य से पुलिस पूछताछ कर और जानकारी जुटा रही है।