एनसीपी अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार को बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान हो गई है।
मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुंबई पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। मुंबई पुलिस ने बताया कि क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं। आरोपियों को इस काम के लिए पहले से पैसा दिया गया था और उन्हें कुछ दिन पहले ही हथियारों की डिलीवरी मिली थी। मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने पिछले 8 घंटों से आरोपियों से पूछताछ की है।
कौन थे हमलावर ?
मुंबई पुलिस ने इस मामले में अभी तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। गिरफ्तार किए गए दोनों ही आरोपियों की पहचान हो गई है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान करनैल सिंह, जो हरियाणा का रहने वाला है, और धर्मराज कश्यप, जो उत्तर प्रदेश का निवासी है, के रूप में हुई है।
बताया जा रहा है कि बाबा सिद्दीकी पर हमला करने से पहले तीनों आरोपी घटनास्थल पर पहुंचे और कुछ देर तक उनका इंतजार किया। पुलिस को इस बात का संदेह है कि आरोपियों को किसी और व्यक्ति से अंदरूनी जानकारी मिल रही थी, जो उन्हें मार्गदर्शन दे रहा था।
बाटडें कि मुंबई के बांद्रा में शनिवार रात बाबा सिद्दीकी को गोली मारी गई थी। इसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया था, जहां उनकी मौत हो गई थी। लीलावती अस्पताल के डॉ. नीरज उत्तमानी के अनुसार, “उन्हें 12 अक्टूबर को रात 9:30 बजे NHRC आपातकालीन चिकित्सा सेवा में लाया गया था, उनकी हालत बहुत खराब थी, उनकी नब्ज नहीं चल रही थी, हृदय गति नहीं चल रही थी, रक्तचाप नहीं था और गोली लगने के घाव भी थे। उनका बहुत खून बह चुका था और तुरंत ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया। उन्हें ICU में ले जाया गया, जहां उन्हें होश में लाने के लिए सभी कोशिशें की गयीं लेकिन इसके बावजूद हम उन्हें होश में नहीं ला पाए और 12 अक्टूबर को रात 11:27 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।”
- संभल हिंसा में बे क़सूरों इंसाफ़ दिलाने को मंडल आयुक्त से मिला आप डेलिगेशन
- Farmer’s Protest: आज दिल्ली कूच करेंगे किसान, नोएडा पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की, जानें क्या होंगे नए रूट
- Rampur: अर्बन अस्पतालों में गैर मौजूद रहते हैं ज्यादातर स्वास्थ्य कर्मी