कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा,”पीएम ने भारतीय संविधान की अस्मिता पर आघात किया है। संविधान कहता है कि धर्मनिरपेक्षता हमारे संविधान के मूल ढांचे का अभिन्न अंग है।’
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद बेतुकी बयानबाज़ी का दौर बढ़ गया है। सारी पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ जमकर हमला तो बोल ही रहे हैं, साथ ही मर्यादाओं का भी खूब उलंघन कर रहे हैं। यहाँ तक कि बड़े बड़े नेता भी अपने बयानों में मर्यादाएं तार-तार कर रहे हैं।
राजस्थान में अपनी एक चुनावी सभा में पीएम मोदी ने एक ऐसा बयान दिया जिसकी राजनीतिक दलों के साथ कई वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक जानकारों ने भी निंदा की है। पीएम मोदी ने अपने चुनावी भाषण में मुसलमानों को जिक्र कर जिस तरह से कांग्रेस पर हमला बोला उसकी हर तरफ आलोचना हो रही है।
अब कांग्रेस ने पीएम मोदी के मुसलमानों को लेकर दिए गए बयान के विरोध में चुनाव आयोग पहुंचे। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और गुरदीप सिंह सप्पल ने सोमवार को चुनाव आयोग से मामले की शिकायत की है।
चुनाव आयोग से शिकायत के बाद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ‘हमने 17 शिकायतें की हैं, उनमें से केवल 5-6 पर विस्तार से चर्चा की है। सबसे महत्वपूर्ण पहली शिकायत है जो किसी भी प्रधानमंत्री की बेहद आपत्तिजनक टिप्पणियों से संबंधित है। यह सरकार…दुर्भाग्य से, हमने जो बयान उद्धृत किया है वह गंभीर, हास्यास्पद रूप से आपत्तिजनक है…हम उनसे (पीएम मोदी) हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि वह इस बयान को वापस लें और स्पष्टीकरण दें। हमने चुनाव आयोग से यह बताने के लिए कहा है कि वह कहे कि यह कानून में स्थिति है, हम उसके सम्मान में वही करेंगे, जो हम दूसरों के साथ करते हैं। उन्होंने एक समुदाय का नाम लिया है, धर्म के बारे में स्पष्ट रूप से बात की है, उन्होंने सांप्रदायिक और समुदाय के बारे में स्पष्ट रूप से बात की है। उन्होंने स्पष्ट रूप से धारा 123 का उल्लंघन किया है। ऐसा करने वाले व्यक्ति का पद कुछ भी हो, किसी भी अन्य मामले की तरह उचित कार्रवाई की जानी चाहिए और शीघ्र ही की जानी चाहिए।’
उन्होंने आगे कहा, आयोग को चाहिए कि वो फौरन एक्शन ले। देश के पीएम का हम आदर करते हैं। पीएम के बयान पर आयोग तुरंत एक्शन ले। उन्होंने कहा कि राजस्थान में दिया गया पीएम का बयान भद्दा है। बयान में एक समुदाय और धर्म का नाम लिया गया है। बयान में समुदाय या धर्म को घुसपैठियों के साथ जोड़ा गया है।’
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने आगे कहा कि ‘पीएम ने अपने बयान में मंगल सूत्र का जिक्र किया। पीएम ने भारतीय संविधान की अस्मिता पर आघात किया है। संविधान कहता है कि धर्मनिरपेक्षता हमारे संविधान के मूल ढांचे का अभिन्न अंग है। अब आयोग की जिम्मेदारी है कि कार्रवाई करे, देश की गरिमा से जुड़ा हुआ सवाल है।’
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को राजस्थान की एक चुनावी सभा में मुसलमान और मंगलसूत्र का जिक्र किया था। पीएम ने कहा कि अगर कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आती है तो वह लोगों की संपत्ति लेकर मुसलमानों को बांट देगी। मोदी ने यह बात पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के एक बयान का हवाला देते हुए कही, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि देश के संसाधनों पर ‘पहला हक’ अल्पसंख्यक समुदाय का है।
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)
- एएमयू संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को भारत रत्न देने की मांग उठी