Globaltoday.in | रईस अहमद | रामपुर
शनिवार, 25 अप्रेल से इस्लामिक महीना रमज़ान शुरू हो गया है। दुनियाभर के मुसलमानों में इस पाक महीने की बड़ी अहमियत है.
रमज़ान के महीने में मुसलमान दिन भर रोज़ा रखते हैं और रात में मस्जिदों में एक विशेष नमाज़ (तरवीह) अदा करते हैं जिसमें इमाम के द्वारा पूरे महीने क़ुरआन की तिलावत की जाती है और सभी नमाज़ी क़ुरआन की इस तिलावत को सुनते हैं.
घरों में ही हो रही इबादत
इस बार रमज़ान का महीना लॉकडाउन(Lockdown) के बीच आया है और देश भर के मुसलमान लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं. यहाँ तक कि पिछले पांच जुमे की नमाज़ें भी उन्होंने अपने घरों में ही अदा की हैं.
कोरोना वायरस के कहर और लॉकडाउन के बीच ही रमज़ान के पहले दिन ही से मुसलमानों ने तरावीह की नमाज़ भी अपने अपने घरों पर ही अदा की.
रमज़ान के पाक महीने के मौके पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी देश के मुसलमानों से घरों में ही नमाज पढ़ने की अपील की है.
उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर(Rampur) की टांडा तहसील के शहर काजी मौलाना जमील अहमद ने अपने घर में ही नमाज अदा करके लोगों के लिए एक मिसाल कायम की ताकि बाक़ी के लोग भी सोशल डिस्टेंसिंग कायम रख ते हुए अपने घरों पर ही तरावीह की नमाज़ अदा करें।
इस मौके पर उन्होंने कहा,”देखिए रोजा अल्लाह की इबादत है, नमाज़ अल्लाह की इबादत है, तो अल्लाह के कहने के मुताबिक हम अदा करेंगे तो वह इबादत है और जो अल्लाह सुब्हाना ताला के कहने मुताबिक कोई भी इबादत को अंजाम दे तो वह इबादत होगी, नहीं तो वो इबादत का ढाँचा होगा।
उन्होंने कहा,”शरीयत जो कहती है कि जमात से नमाज़ पढ़ो तो जमात से पढ़ना अफ़ज़ल है और जब हालात का तकाजा मौजूदा ये है कि जमात से नमाज़ इस वक़्त के लिहाज से नुकसान दे बात है. कहा जा रहा है सामाजिक फासला बरकरार रखा जाए तो सेहत से मुत्तलिक तदाबीर इख्तियार करना बहुत जरुरी है, उस पर अमल करना चाहिए, तो लिहाजा घरों पर नमाज अदा करना यही हमारे लिए अफजल होगा”.
उन्होंने कहा कि हमें ऐसा कोई काम नही करना जैसे भीड़ का इकट्ठा होना और मुनासिब फासले को बरकरार ना रखना लॉक डाउन के खिलाफ वर्जी करना इन सब बातों से बचना चाहिए। जिला इंतिजामिया का सहयोग करना चाहिए इंतिजामिया जो कर रही है बो हमारे ही फायदे के लिए ही तो कर रही है. इस बजह से भी में लोगों से अपील करुँगा के वो लॉक डाउन का पूरा लिहाज रखे और अल्लाह रबुल से दुआ करें और जो वक़्त के तक़ाज़े हैं उनका ख्याल रखें।