Globaltoday.in | गुलरेज़ ख़ान | बरेली
इत्तेहाद मिल्लत कौंसिल(आईएमसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान ने अपने आवास पर आज पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मौजूदा हालात में देश अपने नाजुक दौर से गुजर रहा है। जगह जगह कौरवों और पांडवों की सभाएं हो रही हैं।
उन्होंने ज्ञानवापी के सिलसिले में देश के हिन्दुओं को संदेश देते हुए कहा,” मैं हिन्दू भाइयो से कहना चाहूंगा कि आपके धर्म का किस तरह से मजाक उड़ा रहे हैं। इन्हें फाउंटेन और शिवलिंग में अन्तर समझ नहीं आता। ये चाहते हैं कि हिंदुस्तान में एक और बंटवारा करवाया जाए।
इसके नतीजे गंभीर हो सकते हैं
मौलाना ने बताया कि मस्जिद के हर हौज़ में ऐसा शिवलिंग पाया जाता है। इस तरह हर मस्जिद को मंदिर बनाना चाहती है,
हुकूमत बेईमानी करना चाहती है, इसके नतीजे गंभीर हो सकते हैं।
ज्ञानवापी मस्जिद, मस्जिद है और मस्जिद ही रहेगी-ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
बाबरी मस्जिद का फैसला झूठा था
मौलाना ने बाबरी मस्जिद का ज़िक्र करते हुए कहा,”दुनिया जानती है कि बाबरी मस्जिद का फैसला झूठा हुआ था। हमारी मजबूरी को कमजोरी न समझें।”
उन्होंने कहा कि जाइये जामा मस्जिद के हौज़ का फोटो लीजिये, नौम्हला मस्जिद में भी पत्थर मौजूद है। हुकूमत दिवालिया हो चुकी है इसलिए हिन्दू-मुसलमानों को उलझाया जा रहा है। लोग खामोश रहकर इस बेईमानी का समर्थन कर रहे हैं।
आरएसएस की बड़ी गहरी साजिशें होतीहैं।
पूंजालाल ठक्कर का बेटा है जिन्ना
पाकिस्तान का जो बंटवारा हुआ वो किसी मुसलमान ने नहीं करवाया, जिन्ना की खतना नहीं हुई थीं। उनके वालिद जब मुसलमान हुए थे तो उनकी उम्र खतना के लायक नहीं थी। आरएसएस ने देश के टुकड़े करवाये। हमारे हिंदुस्तान में होने का मतलब ये है कि हम आरएसएस की साजिश को पहचान गए थे। पूंजालाल ठक्कर का बेटा है जिन्ना।
हर मस्जिद में ऐसा शिवलिंग
ज्ञानवापी में कानून का मजाक बनाया जा रहा है। कमरो की तलाशी लेने के लिए जिसे भेजा था उसने खुले में जो हौज़ है उसे देखा। अगर ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग है तो हर मस्जिद में ऐसा शिवलिंग है। हिंदुस्तान में ऐसे बहुत से मंदिर थे जहां मस्जिद बनाई गई।
मौलाना ने कहा कि हुकूमत को इसका विरोध झेलना पड़ेगा। अब किसी तरह के कानूनी कार्यवाही की जरूरत नही है, बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हमारी आस्था को नहीं माना, अब किसी कोर्ट में जाने की जरूरत नही है।
ताजमहल के नीचे भी शिवलिंग मिल जाएगा। कुतुबमीनार पर भी शिवलिंग है। कब्जा करना चाहते है तो कब्जा करो। उन्होंने मुसलमानों से कहा कि कोर्ट जाने की जरूरत नहीं, सब्र करने की जरूरत है।
धृतराष्ट्र नरेंद्र मोदी है
आरएसएस में कई लोग मोहम्मद अली जिन्ना का रोल अदा कर रहे हैं। मौलाना ने कहा कि न्यायपालिका, हुकूमत , हिन्दुओ सब पर सवाल उठता है, ये सब खुली बेईमान है। फैसला कुछ नही आने वाला है। देशव्यापी आंदोलन 22 के बाद पता चलेगा। इतना अंधा कानून है जो फाउंटेन और शिवलिंग में फर्क नहीं कर पा रहा है। अंधे और बहरे, गूंगे जब तक बने रहोगे, मोदी ने अब तक जुबान नहीं खोली। उन्होंने अपनी जुबान अभी तक क्यों नही खोली, धृतराष्ट्र नरेंद्र मोदी है। अंधेर नगरी चौपट राजा, कोर्ट के फैसले से मुसलमान असहमत है।
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