नई दिल्ली: राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद ,(NCPUL ) के तत्वावधान में जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सहयोग से ‘दास्तान-ए-जामिया’ और अन्य सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, साथ ही तीन दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय उर्दू परिषद के निदेशक डॉ. शम्स इकबाल ने कहा कि यहाँ के बच्चों को देखकर ऐसा महसूस हो रहा है कि भारत का भविष्य उज्ज्वल और सुनहरा है। ये बच्चे देश की उन्नति और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। हम आज ऐसे संस्थान में कार्यक्रम कर रहे हैं जिसने कामयाबी से सौ वर्षों का सफर पूरा किया है। इस लंबी मुद्दत में कई ज़रूरतें बदली हैं; पहले की ज़रूरतें कुछ और थीं, अब की कुछ और है। आज के दौर में ज्ञान, हुनर और प्रशिक्षण की बेहद ज़रूरत है। यदि टीचर इन तीन चीजों को ध्यान में रखकर बच्चों की शिक्षा और मार्गदर्शन करें, तो ये बच्चे यक़ीनी तौर पर देश की तरक्की में अहम भूमिका निभाएंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत इंटर-स्कूल डिबेट प्रतियोगिता से हुई। इसमें पहला पुरस्कार मोहम्मद हज़ैफा (एंग्लो-अरबिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल), दूसरा पुरस्कार आमना अंसारी (सैयद आबिद हुसैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल), और तीसरा पुरस्कार अरीबा शाह (जामिया गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल) ने जीता, जबकि प्रोत्साहन पुरस्कार मरियम (जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल) को दिया गया। विजेता टीम एंग्लो-अरबिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल रही और दूसरा स्थान जामिया गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने प्राप्त किया।
बैतबाज़ी प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार मोहम्मद हज़ैफा (एंग्लो-अरबिक स्कूल), दूसरा पुरस्कार मोहम्मद शाहिद आलम (जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल), और तीसरा पुरस्कार अदीबा मुख्तार (सैयद आबिद हुसैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जामिया मिलिया इस्लामिया) ने जीता। प्रोत्साहन पुरस्कार मारिया फैसल (राबिया पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल) को मिला। विजेता टीम एंग्लो-अरबिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल की मोमिन टीम रही और दूसरा स्थान जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल की ग़ालिब टीम ने प्राप्त किया।
ग़ज़ल गायन प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार जामिया गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की माहिम इमदाद ने, दूसरा पुरस्कार एंग्लो-अरबिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के मोहम्मद हमज़ा ने, और तीसरा पुरस्कार जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल की सामिया ने जीता। प्रोत्साहन पुरस्कार राबिया पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल की आमना खान को दिया गया। इस प्रतियोगिता में जामिया गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की टीम विजेता रही और दूसरा स्थान एंग्लो-अरबिक स्कूल की टीम ने हासिल किया।
इन प्रतियोगिताओं में सीडब्ल्यूसीसी, डॉ. ज़ाकिर हुसैन मेमोरियल सोसाइटी, सैयद आबिद हुसैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जामिया मिडिल स्कूल, खदीजा-तुल-कुबरा गर्ल्स पब्लिक स्कूल आदि के छात्रों ने भी भाग लिया।
कार्यक्रम का स्वागत भाषण डॉ. मोहम्मद अरशद खान, प्रिंसिपल जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने दिया। इस अवसर पर ‘दास्तान-ए-जामिया’ शीर्षक से प्रोफेसर दानिश इकबाल द्वारा लिखी गई दास्तान का मंचन डॉ. जावेद हसन, कासिद रज़ा, सैयद तजम्मुल इस्लाम, मोहम्मद आदिल और अनस फारूकी ने किया। डिबेट, ग़ज़ल गायन, और बैतबाज़ी प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका डॉ. अब्दुन्नसीब, डॉ. रहमान मुसव्विर और डॉ. वाहिद नज़ीर ने निभाई।
इस अवसर पर प्रोफेसर शहपर रसूल (उपाध्यक्ष, उर्दू अकादमी दिल्ली), डॉ. अतहर फारूकी (महासचिव, अंजुमन तरक्की उर्दू हिंद), डॉ. शमा कौसर यज़दानी (सहायक निदेशक, अकादमिक, राष्ट्रीय उर्दू परिषद), और डॉ. मसर्रत (रिसर्च अधिकारी) जैसे गणमान्य अतिथि भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. अब्दुलरज़ाक ज़ियादी, कंचन भारद्वाज और जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल के अन्य शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।