ओखला प्रेस क्लब के चेयरमैन मोहम्मद अतहरउद्दीन (मुन्ने भारती) ने सभी पत्रकारों से अपील की कि इस मुहिम को आगे भी जारी रखने के लिए लोग क्लब की अधिक संख्या में मदद करें।
नई दिल्ली: पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने वाले पत्रकारों के हित में काम करने वाली बहुत सारी संस्थायें देश में सक्रिय हैं। साउथ दिल्ली के ओखला इलाक़े में कोरोना काल में वुजूद में आये ओखला प्रेस क्लब(Okhla Press Club) ने इलाक़े में सैकडो पत्रकारों के साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं के घरों को सेनेटाइज़ कराकर यहां के लोगों का दिल जीता था। इसके साथ इलाक़े में कई लाख रूपया का सामान ज़रूरतमंदों के घर तक पहुँचाने के काम को भी अंजाम दिया गया।
ओखला प्रेस क्लब(Okhla Press Club) के संस्थापक और एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार एम. अतहरउद्दीन मुन्ने भारती की भूमिका मुख्य रूप से रही है। अब उनकी मुहिम पत्रकारों की मौत पर उनके परिवार को आर्थिक मदद करने की है। जिसकी शुरुआत दिल्ली में उर्दू दैनिक हमारा समाज के संपादक आमिर सलीम ख़ान की मौत के बाद उनके परिवार को 1 लाख रूपिया और अंग्रेज़ दैनिक मिलेनियम पोस्ट के वरिष्ठ पत्रकार रौशन अली की हार्ट अटैक से हुई मौत के बाद उनके परिवार को 50 हज़ार रूपिया की आर्थिक मदद के अलावा उनकी बेटी को निःशुल्क आईएस कोचिंग की भी व्यवस्था की। इस निःशुल्क आईएस कोचिंग की व्यवस्था संस्था के महासचिव एवं वरिष्ठ पत्रकार डॉ. मुज़फ़्फ़र हुसैन ग़ज़ाली द्वारा की गई है।
ओखला प्रेस क्लब(Okhla Press Club) की कोर कमेटी में उर्दू दैनिक के ग्रुप एडिटर साजिद वजूद, परवेज़ अहमद (वरिष्ठ पत्रकार बीबीसी), के संरक्षण में वॉइस ऑफ़ अमेरिका के भारत में रिपोर्टर सुहैल अंजुम , डच वैले जर्मनी (उर्दू) एडिटर जावेद अहमद, दूरदर्शन न्यूज़ वरिष्ठ पत्रकार शैहला निगार, वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर मुज़फ़्फ़र हुसैन ग़ज़ाली, सैयद रूमान हाशमी, ज़हीर उल हसन, भारत एक्सप्रेस (उर्दू) ग्रुप एडिटर ख़ालिद रज़ा ख़ान, सद्भावना टुडे हिन्दी दैनिक एडिटर इन चीफ सैफ़उल्लाह सिद्दीक़ी, आजतक सीनियर एडिटर जमशेद इक़बाल, साजिद अशरफ़ (न्यूज़ नेशन), मिल्लत टाइम्स एडिटर इन चीफ शमश तबरेज़ क़ासमी , एशिया टाइम्स एडिटर इन चीफ अशरफ़ बस्तवी, सहित अन्य पत्रकार शामिल है ।