कोविड-19 का ओमिक्रॉन संस्करण भारत में भी तेज़ी के साथ फैल रहा है। शुक्रवार तक ओमीक्रॉन के 101 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने देश में कोरोना वायरस की स्थिति पर एक प्रेस कांफ्रेस में जानकारी देते हुए कहा कि इस समय देश में ओमिक्रॉन के मामले बढ़कर 101 पहुंच गए हैं। कोरोना का ओमीक्रॉन नाम का यह नया वैरिएंट देश के 11 राज्यों में पहुंच चुका है।
ओमिक्रॉन पर WHO की चेतावनी
उधर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमिक्रॉन(Omicron) वेरिएंट को लेकर डराने वाली चेतावनी जारी की है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि भले ही सिर्फ 77 देशों ने ओमिक्रॉन पाए जाने की पुष्टि की है। लेकिन माना जाना चाहिए कि यह वेरिएंट पूरी दुनिया में पहुंच चुका है। विश्व संगठन ने कहा है कि आने वाले दिनों में अस्पतालों में भर्ती होने वालों की संख्या बढ़ेगी और मृत्यु दर में भी इजाफा हो सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यह भी कहा कि दुनिया के सभी देश अस्पताल में भर्ती हो रहे मरीजों का डाटा साझा करें ताकि इस वेरिएंट के बारे में और अधिक जानकारी मिले और इसे समझने में मदद मिल सके।
डब्ल्यूएच(WHO) के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेसियस(Tedros A Ghebreyesus) ने कहा कि “ओमिक्रॉन जिस तेजी से फैल रहा है वैसी स्थिति किसी भी पिछले वैरिएंट के साथ नहीं देखी गई है।” उन्होंने बूस्टर डोज को लेकर भी अपनी चिंता जाहिर की।
उन्होंने कहा कि, “ओमिक्रॉन के आने के बाद कुछ देशों ने अपनी पूरी आबादी के लिए टीके की बूस्टर खुराक के कार्यक्रमों की शुरुआत की है। ऐसा तब हो रहा है जब हमारे पास इस वैरिएंट के खिलाफ बूस्टर के प्रभाव के बारे में पर्याप्त सबूत भी नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘डब्ल्यूएचओ टीके की बूस्टर खुराक को लेकर नहीं बल्कि असमानता के खिलाफ है।’