प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी जी भाग्यशाली हैं जो पिछले प्रधानमंत्रियों द्वारा बोए हुए बीज की फसल काट रहे हैं- कुँवर दानिश अली

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नई दिल्ली,21 सितंबर 2023: आज बसपा सांसद कुँवर दानिश अली (Daanish Ali) संसद के विशेष सत्र में चंद्रयान 3 मिशन की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में हमारे राष्ट्र की अन्य उपलब्धियां के बारे में चर्चा में भाग लिया। इस अवसर पर सांसद कुँवर दानिश अली ने चंद्रयान-3 की सफलता पर समस्त भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस बात का मुझे गर्व है कि आज इस नए परिसर जब मैं बोलने के लिए खड़ा हुआ हूँ तो चंद्रयान-3 की सफलता पर बोलने के लिए खड़ा हुआ हूँ, इस देश के साथ वैज्ञानिक समाज को बधाई देने के लिए खड़ा हुआ हूँ।

आगे उन्होंने कहा कि शासन एक सतत प्रक्रिया है लेकिन मुझे आज अफ़सोस हुआ जब इस बधाई संदेश की शुरुआत भी राजनीति से हुई इस सदन के उप-नेता ने शुरुआत की, दूसरी तरफ से भी उसे तरीके के राजनीतिक टिप्पणियां हुईं लेकिन आज यह पल इस देश के सभी वैज्ञानिक और खासकर इसरो में जो कम कर रहे हैं जिन्होंने आज हमारा सीना चौड़ा किया है, दुनिया के हम पहले देश बन गए है जो चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान का सॉफ्ट लैंडिंग कराया है, उसके साथ-साथ कहीं ना कहीं देश भर के वैज्ञानिक अलग-अलग संस्थान से पढ़कर आए हैं। इस चंद्रयान की सफलता में मेरे लोकसभा क्षेत्र के वैज्ञानिकों ने भी भी सहयोग दिया है।

आगे उन्होंने कहा कि इस सदन में कल महिला आरक्षण विधेयक पारित किया गया इस चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग में महिलाओं का सफल योगदान रहा है, मैं पढ़ रहा था कि किस तरीके से तमिलनाडु की बहन फातिमा जो एक गरीब परिवार से आती हैं उनकी भी इस चंद्रयान 3 की सफलता में एक अहम् भूमिका है और यह संभव इसलिए हो सका क्योंकि के हमारे देश के पहले प्रधानमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री ने भी इसरो को बढ़ावा देने में कभी पीछे नहीं हटे, पंडित जवाहरलाल नेहरू इस देश के पहले प्रधानमंत्री थे और इस देश के शिक्षा मंत्री अब्दुल कलाम आजाद थे उन्होंने अपने ज़माने में जो आईआईटी और बड़े संस्थान खोलें उसका ही नतीजा है की आज हम ये कीर्तिमान देख रहे हैं लेकिन यहां पर जो बात हो रही है कि यह सिर्फ इसी सरकार में संभव हुआ है यह सही नहीं है।

दानिश अली ने कहा कि मैं बधाई देना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी को की वह इतने भाग्यशाली हैं कि पिछले प्रधानमंत्रियों द्वारा बोए हुए बीज की फसल आज काट रहे हैं और इन्हें मौका मिल रहा है यह अच्छी बात है लेकिन यह भी सच्चाई है कि पिछले बजट में इसरो का 8% आवंटन बजट में कटौती की गयी है यह किसी से छुपा नहीं है।

आगे उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने देखा पिछले दिनों सरकार में जिस तरह के नियुक्तियाँ हो रही हैं, हमने देखा कि पिछले दिनों मंडी आईआईटी के निदेशक का वीडियो वायरल हुआ वे कह रहे हैं कि यह जो हिमाचल में जो बाढ़ आया है, भूस्खलन हुआ है यह इसलिए हुआ हैं कि यहाँ के लोगों ने मांस खाना शुरू कर दिया है इसलिए यहां पर इस तरह की आपदा आ रही है, यह किस तरह के अवैज्ञानिक तथ्य दे रहे हैं, ये किस तरह के वैज्ञानिकों को यहाँ नियुक्त कर रहे हैं?

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