Globaltoday.in | रईस अहमद | रामपुर
रामपुर(Rampur) के टांडा में एक मदरसे में पढ़ रहे एक मदरसे के 163 छात्रों को उनके मूल राज्य भेजा गया.
दरअसल लॉक डाउन(Lockdown) के बाद छात्र मदरसे में रह तो रहे थे लेकिन अपने घर जाने के लिए सभी बेताब थे जिसको लेकर छात्रों ने जिला अधिकारी से अपने मूल राज्य जाने की अनुमति मांगी थी जिसके बाद जिलाधिकारी ने मदरसा छात्रों को अनुमति प्रदान की. प्रशासन द्वारा ही इन छात्रों को उनके घर जाने की व्यवस्था की गई.
इन छात्रों में 138 छात्र आसाम और 25 छात्र मेघालय से ताल्लुक रखते हैं। प्रशासन द्वारा इनका मेडिकल परीक्षण कर सबको सर्टिफिकेट जारी किया गया है और अब प्राइवेट बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए और सैनिटाइजर मास्क का प्रबंध करते हुए सब को रवाना किया गया है।
इस संबंध में मदरसा के छात्र अकबर अली ने बताया,”घर जाने की बहुत खुशी है…यहाँ यूपी में पढ़ाई करने आया था और मदरसे में खाना अच्छा मिलता है. प्रशासन भी अच्छा सलूक कर रहा है हमारे साथ और आज हम घर जा रहे हैं. उसने बताया।”मुझे यहां आए हुए 2 साल हो गए रामपुर के टांडा में एक मदरसे दारुल उलूम में पढ़ाई कर रहा था, आज 9 महीने बाद घर जा रहा हूं प्रशासन ने सहयोग किया है मेडिकल परीक्षण भी कराया है और घर जाने से बहुत खुश हूं।
इस संबंध में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कुमार गौरव ने ग्लोबलटुडे को बताया,”लॉक डाउन के कारण रामपुर के टांडा में मदरसे के छात्र हैं जो फंस गए थे, जो अपने मूल राज्य वापस लौटना चाह रहे हैं। इनमें लगभग 138 छात्र आसाम के हैं और 25 मेघालय के हैं इन्होंने अप्लाई किया था और जिलाधिकारी द्वारा इन्हें अनुमति दे दी गई है इनके चिकित्सा परीक्षण कराए जा चुके हैं व कायदा सर्टिफिकेट दे दिए गए हैं सब स्वस्थ हैं और जिला अधिकारी के अनुमोदन के उपरांत अब इन्हें भेजा जा रहा है प्राइवेट बस से इन्हें रवाना किया जा रहा है सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है 50% कैपेसिटी में भेजा जा रहा है मास्क सैनिटाइजर इन सारी व्यवस्थाओं को करके इनके मूल राज्य वापस भेजा जा रहा है।