मैच का परिणाम अधिवक्ताओं का हक में आया और जजों को खेल के मैदान में शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
उत्तर प्रदेश/रामपुर(रिज़वान ख़ान): खेल को लेकर हर किसी इंसान के अंदर एक विशेष रूचि होती है। हम सभी खेल को पसंद करते हैं क्योंकि यह अपनेपन की भावना, व्यापक दुनिया से जुड़ाव प्रदान करता है। इतना ही नहीं खेल शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी ज़रूरी होता है। जनपद रामपुर में कुछ इसी तरह का नजारा शहीदे आजम स्पोर्ट्स स्टेडियम में देखने को मिला जहां पर बेंच और बार के बीच फ्रेंडली क्रिकेट मैच आयोजित किया गया। मैच का परिणाम अधिवक्ताओं का हक में आया और जजों को खेल के मैदान में शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
आज रविवार को रामपुर के जिला जज सत्य प्रकाश त्रिपाठी की अगुवाई में न्यायिक अधिकारियों की टीम और अधिवक्ताओं की टीम के बीच फ्रेंडली क्रिकेट मैच का आयोजन शहीदे आजम स्पोर्ट्स स्टेडियम में किया गया।
न्यायिक अधिकारियों की टीम की कप्तानी जिला जज सत्य प्रकाश त्रिपाठी की ओर से की गई जबकि अधिवक्ताओं के कप्तान बार के अध्यक्ष एडवोकेट श्यामलाल और मैदान के कप्तान अधिवक्ता राजीव अग्रवाल थे।
25-25 ओवर का था मैच
यह क्रिकेट मैच कुल 25-25 ओवर का था जिसमें न्यायिक अधिकारियों ने पहले बल्लेबाज़ी की और आठ विकेट खोकर 154 रन बनाए वहीं दूसरी ओर अधिवक्ताओं की टीम एक ओवर शेष रहते हुए लक्ष्य का पीछा किया और 157 बनाने में कामयाब हो गए।
इस फ्रेंडली मैच में न्याय के अधिकारियों की टीम से कप्तान के रूप में जिला जज सत्य प्रकाश त्रिपाठी ने सर्वाधिक 54 रन की पारी खेली। वहीं अधिवक्ताओं की ओर से एडवोकेट मोहित सक्सेना ने 84 रन ठोके।
कुल मिलाकर अधिवक्ताओं की टीम विनर रही और न्यायिक अधिकारियों की टीम रनर रही। जिसके बाद सभी खिलाड़ियों को जिला जज की अगुवाई में सम्मानित किया गया।
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)
- एएमयू संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को भारत रत्न देने की मांग उठी