सरकार ऐसा बिल लाए जिससे न पहुंचे किसी की भावनाओं को ठेस।
संभल: पैगंबर मोहम्मद(स.अ.व) साहब के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान के दोषी व्यक्ति के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की मांग को लेकर उलेमाओं ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपकर कार्यवाही की मांग की है।
जनपद सम्भल में मरकजी मदरसा अहले सुन्नत अजमल उल उलूम में मुफ़्ती अलाउद्दीन मुफ्ती आज़म, सम्भल और शहर के अन्य आलिम व मुफ्ती की बैठक हुई, जिसमें रामगिरि महाराज द्वारा महाराष्ट्र के जनपद नासिक के एक गांव में दिए गए बयान की निंदा की गई। उसके बाद शहर सम्भल के उलमाओं ने एसडीएम कोर्ट पहुंचकर एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति के नाम उपजिलाधिकारी विनय कुमार मिश्र को सौंपकर दोषी के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग की।
इस दौरान मुफ़्ती ए सिरसी आलम रजा नूरी ने कहा कि पैगंबर मौहम्मद मोहम्मद(स.अ.व) साहब के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान से मुस्लिमो समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है. .. इसके लिए हमने महामहिम राष्ट्रपति के नाम उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है और मांग की है कि सरकार एक ऐसा बिल लेकर लाए जिससे कोई समुदाय किसी समुदाय की भावनाओं को ठेस न पहुंचा सके।
धर्मगुरु मौलाना वसी अशरफ ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद(स.अ.व) साहब के खिलाफ दिए गए रामगिरि महाराज के द्वारा बयान में आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है जिससे मुसलमानो की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी मुसलमान किसी भी हाल में अपने नबी(स.अ.व) की तोहीन बर्दाश्त नहीं कर सकता है। इस्लाम में कहा गया है कि ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे किसी की भावनाएं आहत हों।
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