ग्लोबलटुडे, 22 सितंबर-2019
रामपुर से सऊद खान की रिपोर्ट
रामपुर प्रशासन के द्वारा आजम खान की स्वर्गवासी हो चुकी मां के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने पर सोशल मीडिया पर लोगों ने यूपी सरकार को आड़े हाथों लिया है।
सोशल एक्टिविस्ट व सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के जनरल सेक्रेटरी डॉ तस्लीम रहमानी ने अपने फेसबुक पेज पर आज़म खान की स्वर्गवासी माँ के खिलाफ दर्ज हुए मुक़दमे को शर्मनाक और अमानवीय बताया है।
बतादें कि सपा सांसद आज़म खान के पिता का नाम मुहम्मद मुमताज़ खान और उनकी माता का नाम अमीर जहाँ बेगम है और दोनों ही की कई साल पहले मौत हो चुकी है।
लेकिन रामपुर प्रशासन ने आज़म खान के बेटे सहित 37 लोगो पर एक मुक़दमा दर्ज किया है। मामला जेल की फाँसी घर की ज़मीन क़ब्ज़ाने का है, जिसमें नायब तहसीलदार ने थाना गंज में ये मुकद्दमा दर्ज कराया है। इस मुक़दमे में आज़म खान की स्वर्गवासी माँ का नाम भी शामिल है।
इस मामले पर जब हमने अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह से बात की तो उन्होंने बताया एक मामला नायब तहसीलदार की ओर से थाना गंज में दर्ज कराया गया है जिसमें जेल से संबंधित कुछ जमीन है, जो जमीन स्टेट गवर्नमेंट की है। उसके इंतेजामिया जिला कलेक्टर हैं। लेकिन कुछ लोगों ने उसे खुर्दपुर किया है जांच में जो तथ्य पाए गए उस आधार पर एफ आई आर दर्ज की गई है। आजम खान की मरी हुई माँ का नाम भी इस एएफआईआर में दर्ज है।
इस पर अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा प्रतिवादी के कॉलम में दर्जनों नाम है इसमें एक नाम है जिसकी वल्दियत आजम खान है। एक नाम ऐसा है जिसमें पत्नी स्वर्गीय आजम खान के पिता का नाम है यह विवेचक का विषय है। वह यह सब तलाश करेगा यह कौन लोग हैं
क्या मृत्यु हुए व्यक्ति के खिलाफ एफ आई आर दर्ज हो सकती है?
इस पर अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा यह अभिलेखी मामले हैं और यह कहीं बंदिश नहीं है कि मृत्यु हुए व्यक्ति के खिलाफ एफ आई आर दर्ज नहीं हो सकती जब चार्जशीट जानी होगी तब किसी मृत व्यक्ति की चार्जशीट नहीं जाएगी।
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