रामपुर/उत्तर प्रदेश[फ़राज़ कलीम]:सत्ता की कुर्सी का मज़ा लेने के बाद जब जनता सत्ता से नीचे उतार देती है तो नेता जी को बुलंदियों पर वापस पहुँचने की बेहद जल्दी होती है! सत्ता की ऊंचाइयों पर पहुँचने की कुछ एसी ही जल्दी नज़र आयी पूर्व मंत्री मोहम्मद आज़म खान में, जो कोसी नदी पर बनाये जा रहे पुल का काम रोके जाने पर भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ धरना देने पहुंचे थे! लेकिन सीढ़ी लगाकर अचानक पुल के अधबने पिलर पर ही चढ़ने लगे! तमाम कोशिशों के बावजूद वह पिलर की ऊँचाई पर तो नहीं पहुँच पाए लेकिन वहाँ मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी को जमकर कोसा!
जैसे जैसे चुनाव 2019 करीब आता जा रहा है वैसे वैसे पूर्व मत्री आजम खां विरोध प्रदर्शन के नये नये तरीके अपने समर्थकों के साथ मिलकर ईजाद कर रहे हैं। आजम खां ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ लालपुर के पुल के रूके हुए निर्माण के विरोध में एक अलग ही तरीका अपनाया।
आज़म खान अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ जिला मुख्यालय से तहसील टाण्डा को जोड़ने वाले अधूरे बने पुल के नीचे कोसी की खादर में पहुंचे। इस दौरान आधे अधूरे बने पुल के पिलर पर चढ़कर आजम खां के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम और समर्थकों ने अपना विरोध दर्ज कराया। हालांकि पिलर पर आजम खां ने भी सीढ़ी से पर चढ़कर पिलर पर जाने की कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं हो सके। तकरीबन तीन चार घण्टे चले अनोखे विरोध प्रदर्शन के दौरान आजम खां ने कहा कि सीतापुर जो कि रामपुर की ससुराल है वहां पुलिस की जूतेां से पिटाई की गई तो रामपुर वाले भी कहां पीछे रहते यहां के भाजपाईयों ने दरोगा का हाथ तोड़कर अपाहिज बना दिया। यह बेशर्म और गुण्डों बदमाशों की सरकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार इस पुल को नहीं बनायेगी, क्योंकि यह दोगले चरित्र के लोग हैं। सीबीआई, आरबीआई के अंजाम को देखकर देश की अर्थ व्यवस्था के अंजाम का अंदाजा लगाया जा सकता है।