उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री औलख ने अफ़ग़ानिस्तान से आने वाले शरणार्थियों को रामपुर में बसाने की इच्छा ज़ाहिर की, गृह मंत्री अमित शाह को लिखा पत्र

Date:

Globaltoday.in | शहबाज़ मलिक | रामपुर

उत्तर प्रदेश का जनपद रामपुर ब्रिटिश शासन काल में एक रियासत हुआ करता था। आजादी के बाद जब देश का विभाजन हिंदुस्तान और पाकिस्तान के रूप में हुआ तो पाकिस्तान से आने वाले लोगों को रामपुर नवाब ने यहां पर पनाह दी थी जिसका परिणाम यह हुआ की सिख समुदाय के लोग बड़ी संख्या में यहां की तहसील बिलासपुर मैं आकर बस गए और जिसे गुजरे वक्त के साथ अब मिनी पंजाब के रूप में भी जाना जाने लगा है। अब एक बार फिर यह इतिहास दोहराया जा रहा है।

यहाँ बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक व योगी सरकार में जल शक्ति मंत्री सरदार बलदेव सिंह औलख ने गृह मंत्री को पत्र लिखकर अफगानिस्तान से आए लोगों को अपने यहां बस जाने को लेकर गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है।


उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर 1774 ईस्वी में ब्रिटिश शासन काल के दौरान एक रियासत बना था। यहां पर हमेशा से गंगा जमुनी तहजीब रही है जिसका जीता जागता सबूत है कि देश के विभाजन के बाद बने पाकिस्तान से बड़ी संख्या में आने वाले सिख समुदाय के लोगों को रामपुर नवाब ने यहाँ बसाया। यही नहीं यहां पर उनको रहने के लिए ठिकाने भी दिए। अब एक बार फिर रामपुर अफगानिस्तान में तख्तापलट के बाद वहां पर काबिज हुए तालिबानियों के कहर से बचने के लिए सैकड़ों सिख व हिन्दू समुदाय के लोग अपने देश को छोड़कर हिंदुस्तान पहुंच चुके हैं। अब इन पीड़ित शरणार्थी परिवारों को यहां पर बसाने की प्रक्रिया को लेकर मंथन जारी है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री सरदार बलदेव सिंह औलख ने इन परिवारों को अपने गृह जनपद व विधानसभा क्षेत्र में बसाए जाने को लेकर दरियादिली दिखाई है और गृहमंत्री अमित शाह से पत्र के माध्यम से उन लोगों को यहां पर बसाने का आग्रह भी किया है।

राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा,” मैं बधाई देना चाहता हूं प्रधानमंत्री जी को, मैं बधाई देना चाहता हूं अपने गृह मंत्री शाह जी को कि उन्होंने जो अफगानिस्तान में फंसे हुए जो लोग थे चाहे सिख समाज के थे चाहे हिंदू समाज के थे या किसी भी समाज के थे उन्होंने वहां से सकुशल निकालने का जो काम किया है, मैं उन्हें बधाई बधाई देता हूं और हमारा जो पवित्र गुरु ग्रंथ साहब है कल उनकी प्रतियां हमारे भारत में लाई गई हैं और पूरे सम्मान के साथ हमारे केंद्रीय मंत्री पुरी साहब उनको लेकर आए और उन गुरु ग्रंथ साहब जी को पूरे सम्मान के साथ गुरुद्वारों में रखा गया और मैं कहना चाहता हूं, आग्रह करना चाहता हूं गृहमंत्री जी से कि जब पाकिस्तान और हिंदुस्तान अलग अलग हुए थे बहुत सारे लोग यहां पर तराई में आकर बसे थे और मैं आग्रह करना चाहता हूं कि जो अभी भी जो हमारे सिख समाज के लोग हमारे हिंदू समाज के लोग जो भी वहां से परेशान होकर भारत में आए हैं मैं उनसे निवेदन करना चाहता हूं, आग्रह करना चाहता हूं कि हमारी तराई बेल्ट में मेरे जिला रामपुर और बिलासपुर क्षेत्र में आसपास के एरिया में उनको व्यवस्थापित करके हम लोग सारे समाज के लोग इन्हें आदर के साथ सम्मान के साथ उनको यहां पर रखेंगे और उनको रहने के लिए जगह भी देंगे और उनको कारोबार करने के लिए सारी सुविधाएं भी देंगे तो मैं यही आग्रह अमित शाह जी से करना चाहता हूं और फिर मैं प्रधानमंत्री जी का गृह मंत्री जी का मैं पूरी अपनी भारतीय जनता पार्टी के सभी शीर्ष नेतृत्व को बधाई देना चाहता हूं के बहुत सारे लोगों को हमने स्पेशल जहाज को भेजकर अपने जो भारतवर्ष के लोग हैं थे उन्हें यहां बुलाने का काम किया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Visual Stories

Popular

More like this
Related

संभल में जामा मस्जिद के दोबारा सर्वे पर बवाल, पुलिस ने आंसू गैस के गोले दाग़े

संभल: उत्तर प्रदेश के जनपद संभल में ऐतिहासिक शाही...

एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना

राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद मुख्यालय में 'जनजातीय भाषाएं...

Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena

Lecture on ‘Tribal Languages and Tribal Lifestyles’ at the...

आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान

रामपुर, 20 नवंबर 2024: आज आम आदमी पार्टी(AAP) ने...
Open chat
आप भी हमें अपने आर्टिकल या ख़बरें भेज सकते हैं। अगर आप globaltoday.in पर विज्ञापन देना चाहते हैं तो हमसे सम्पर्क करें.