कौन बनेगा प्रधानमंत्री !
इन दिनों बहुत सुकून से हूं। बिके हुए और वाहियात न्यूज़ चैनल्स देखना कब का छोड़ दिया है।
देश की राजनीति अभी जिस घटिया स्तर पर आ गई है, उसपर कोई टिपण्णी नहीं करता। नेताओं के मूर्खतापूर्ण बयानों पर अब कोई प्रतिक्रिया भी नहीं देता। सभी सियासी दलों और सियासी दोस्तों से दूरी बना ली है।
खूब पढता हूं, लिखता हूं और बचे समय में आई.पी.एल के मैच देखता हूं। चुनाव के नतीजों से ज्यादा मुझे विश्व कप क्रिकेट का इंतज़ार है। वैसे झूठ नहीं कहूंगा कि मुझे जानने की उत्सुकता नहीं होती कि देश का अगला प्रधानमंत्री कौन बनेगा। यह जानने का एक ही भरोसेमंद स्रोत मेरे पास है।
कल मैंने अपनी पांच उंगलियों की कल्पना प्रधानमंत्री पद के पांच उम्मीदवारों – नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, मायावती और के चंद्रशेखर राव के रूप में की और अपनी समझदार पोती अनाहिता से उनमें से कोई एक उंगली पकड़ने को कहा। देर तक सोच-विचार के बाद उसने जो उंगली पकड़ी, वह उंगली ममता बनर्जी की थी।
अनाहिता की भविष्यवाणी में दम नज़र आता है। बहुत उदार आकलन के बावजूद एन. डी.ए को इस चुनाव में दो सौ से ज्यादा सीटें मिलती नहीं दिखतीं।
अगली सरकार गठबंधन और कांग्रेस की मिली-जुली सरकार होगी। उसमें कांग्रेस से ज्यादा सीटें गठबंधन की होंगी तो प्रधानमंत्री भी गठबंधन का ही बनेगा। और गठबंधन में सबसे ज्यादा सीटें निश्चित रूप से ममता जी की होने वाली हैं।
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कल मोदी जी ने बताया कि ममता जी उन्हें उनकी पसंद के कुरतें और बंगाल की मिठाईयां भेजती रही हैं। अब मोदी जी की बारी है कि वे ममता जी को उनकी कुछ पसंदीदा साड़ियां और गुजरात की मिठाईयां भेजना शुरू कर दें। यह सह्रदयता भविष्य में उनके बहुत काम आ सकती है !
‘फेसबुक’ से लिया गया लेख