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लोकसभा चुनाव 2019 – हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ करने वाला मेजर चुनावी मैदान में,कैमरे के सामने हिन्दुओं को धोखा देना कुबूला

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मेजर जेपी सिंह
मेजर जेपी सिंह

लोगों की उस वक्त भावना थी अयोध्या प्रकरण हुआ था लोगों में के मन में राम बसे हुए थे उसका मैंने बस से फायदा उठाया और उनकी भावना का वक्त मैंने कैच कर लिया और घर में रखी चकला बेलन को सीता की रसोई का बताकर पूरी क्षेत्र में घुमा खूब चंदा किया और चंदा कर चुनाव लड़ा.

ग्लोबलटुडे/संभल: संभल लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मेजर जेपी सिंह ने डींगे हाँकते हुए कैमरे के सामने कबूल कर लिया कि उन्होंने आयोध्या प्रकरण के दौरान उत्तर प्रदेश के हिंदुओ की आस्था के साथ खिलवाड़ करते हुए एक षडयंत्र रच कर अपनी गाड़ी के बोनट पर एक चकला बेलन बांध कर महीनों तक यह कह कर घुमाया था कि बाबरी मस्जिद ढांचा ढहाते समय ये सीता माता की रसोई से मिला था और ये पूजनीय हैं जिसे लेकर वो देश के अनेक हिस्सो में गए और सीता माता के चकला बेलन के नाम पर लाखों रुपये का चन्दा उगाया।

राम और सीता की मूर्ति का फोटो
राम और सीता की मूर्ति का फोटो जिसको अयोध्या का बताकर मेजर ने चंदा इकठ्ठा किया

इस चंदे के पैसे से वो भाजपा के टिकिट पर चुनाव लड़े और विधायक बन कर विधानसभा पहुँच गए। इसबार ये ड्रामेबाज़ मेजर जेपी सिंह कांग्रेस के लिए संभल लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में है।

इस पूर्व विधायक को हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ करने का ज़रा सा भी अफसोस नही हैं बल्कि ये तो उल्टा कह रहा है कि चुनाव लड़ने के लिए ही उसने बाजार से एक चकला बेलन खरीदा और उसे सीता माता का बता कर खूब चन्दा बटोरा।

 
एक नज़र
मेजर ने किस तरह हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ किया 
सेना की सेवा से अलग होने के बाद मेजर ने 1985 में पहला चुनाव कांग्रेस के बैनर से लड़ा। हालांकि मुरादाबाद-पश्चिम सीट(अब अस्तित्व में नहीं) से दो बार जीत का रिकार्ड भी उनके नाम है। 1991 की राम लहर में पश्चिम सीट से मेजर जेपी सिंह भाजपा के बैनर पर चुनाव लड़कर जीते। इसके बाद 1996 में भी इस सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे। पर इसके बाद उनका पहिया सियासत की पटरी से उतरा रहा।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी केला देवी मंदिर में माथा टेका
मेजर जनता दल समेत कई अन्य दलों में रहे। पिछले दिनों से वह भाजपा में काफी सक्रिय रहे। अब मेजर ने सियासी सक्रियता दिखाते हुए कांग्रेस का दामन थामा है।
आयोध्या प्रकरण में इन्होंने अपनी बड़ी सक्रियता दिखाई थी, जिसमें इनकी हिंदुत्ववादी छवि सामने आयी थी। मेजर सीता की रसोई की चक्की लेकर पूरे मंडल में घूमे थे।

लोगों की उस वक्त भावना थी अयोध्या प्रकरण हुआ था लोगों में के मन में राम बसे हुए थे उसका मैंने बस से फायदा उठाया और उनकी भावना का वक्त मैंने कैच कर लिया और घर में रखी चकला बेलन को सीता की रसोई का बताकर पूरी क्षेत्र में घुमा खूब चंदा किया और चंदा कर चुनाव लड़ा.

लेकिन आज मेजर ने कैमरे के सामने क़ुबूल कि कैसे उसने इतने हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ किया। मेजर ने कहा कि “गिर गई गिर गई गिर गई गिर गई गिर गई बाबरी मस्जिद गिर गई। मैंने सोचा चुनाव करीब है कुछ तो नाटक करना चाहिए। मैंने अपनी गाड़ी में घर की रसोई का चकला बेलन उठाया और उसको सजाया राम और सीता की मूर्ति ली और उसके पास रख दिया। अपनी गाड़ी के बोनट पर उसको बांध दिया और फूलों से सजा कर कोई हजार कोई 2000 दे रहा था। 300000 रूपये मैंने जमा किये। पूरे इलाके में, पूरे क्षेत्र में घुमा दिया घुमा दिया और इलेक्शन के लिए मेरे पास पैसे थे ही नहीं तो मैंने पूरे क्षेत्र में गाड़ी घुमा कर अखबार में आया की मेजर जे पी सिंह चकला बेलन का राम जी अयोध्या से चले बिना चुरा कर लाया है चुनाव लड़ा दिया। मैंने कह दिया कि सीता की रसोई की कोई थी मैंने हर काम करना पड़ता है चुनाव में सब कुछ माफ है। रसोई से चकला बेलन नहीं उसी ने मेरा यीशु बना दिया और जब तक में गलत काम नहीं करता इस तरह से नहीं करता मुझको चंदा नहीं मिलता। मैं चुनाव लडा, चुनाव में तो डन सब कुछ चॉइस है।
लोगों की उस वक्त भावना थी अयोध्या प्रकरण हुआ था लोगों में के मन में राम बसे हुए थे उसका मैंने बस से फायदा उठाया और उनकी भावना का वक्त मैंने कैच कर लिया और घर में रखी चकला बेलन को सीता की रसोई का बताकर पूरी क्षेत्र में घुमा खूब चंदा किया और चंदा कर चुनाव लड़ा.

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