अपनी राजनीतिक शिष्य फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने से नाराज अमर सिंह रामपुर पहुंचे थे उनका आजम खान से नाराज होना तो ठीक था, पर उन्होंने अपनी नाराज़गी को जिस शब्दावली में व्यक्त किया वह किसी सभ्य समाज मैं कम ही सुनने को मिलते हैं।
ग्लोबलटुडे/रामपुर[सऊद खान]: रामपुर में तीसरे चरण में 23 अप्रैल को होने वाली मतदान के लिए चुनाव प्रचार का शोर थम गया लेकिन चुनाव प्रचार में नेताओं के आपस में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप और भाषणों में भाषा के गिरते स्तर ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए और मर्यादाओं को धरातल पर लाकर खड़ा कर दिया!
एक तरफ जहां आजम खान पर अपने विरोधी प्रत्याशी जयाप्रदा को लेकर अमर्यादित टिप्पणी के लिए ना केवल चुनाव आयोग की कार्रवाई का शिकार होना पड़ा बल्कि जनता का कोप भाजन भी भी सहना पड़ा।
आचार संहिता उल्लंघन में फंसी जयाप्रदा
लेकिन सिलसिला यहीं नहीं रुका उनकी विरोधी प्रत्याशी जयाप्रदा के समर्थन में उनके राजनीतिक गुरु अमर सिंह ने रामपुर पहुंचकर आजम खान को निशाने पर लेते हुए ऐसी भाषा बोली के लोग दांतो तले उंगली दबाने को मजबूर हो गए।
प्रचार खत्म होते होते की गई ठाकुर अमर सिंह की पत्रकार वार्ता के कुछ अंश इसकी जीती जागती मिसाल है
रामपुर में सियासत का पारा गर्म
अपनी राजनीतिक शिष्य फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने से नाराज अमर सिंह रामपुर पहुंचे थे उनका आजम खान से नाराज होना तो ठीक था, पर उन्होंने अपनी नाराज़गी को जिस शब्दावली में व्यक्त किया वह किसी सभ्य समाज मैं कम ही सुनने को मिलते हैं। उन्होंने आजम खान को खूंखार सनकी पागल तक कह डाला।
अमर सिंह इतने पर नहीं रुके बल्कि महिलाओं का अपमान करने का आरोप आजम खान पर लगाते हुए उनकी परिवार और माता को भी नहीं बख्शा। उन्होंने आजम खान को रामपुर का जमीदार, लैंडलॉर्ड और तानाशाह ईदी अमीन ठहरा दिया।
उन्होंने आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी पर भी निशाना साधते हुए उसे उनकी निजी संपत्ति करार दिया। हालांकि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का जिक्र करते हुए उनकी जुबान लड़खड़ा गई और सर सैयद का जिक्र करते हुए उनको इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का संस्थापक बता बैठे।
आजम खान की यूनिवर्सिटी मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पर निशाना साधते हुए अमर सिंह इतने तीखे हो गए कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की भी वाट लगा दी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी को भी नहीं बख्शा। अमर सिंह ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी सवाल किया कि आखिर उन्होंने आजम खान के खिलाफ क्या कार्रवाई की।
बेहद जोश में आए अमर सिंह ने आजम खान पर महिलाओं के अपमान करने का आरोप लगाते हुए जिस शब्दावली का प्रयोग किया उसे आम भाषा में गाली कहा जाता है।
जिस तरह गली के लड़के आपस में लड़ते हुए एक दूसरे के बाप को पुकार डालते हैं कुछ इसी तरह ठाकुर अमर सिंह ने यह तक कह डाला कि मैं तो उसके घर पर गया था, अगर आजम अपने वालिद की औलाद है तो मार देता मुझे।
हद तो तब हो गई जब अमर सिंह ने आजम खान को सीधे-सीधे राक्षस तक कह डाला
आजम खान पर जमकर भड़ास निकालने के बाद अमर सिंह का यह सिलसिला यहीं नहीं थमा और बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती जी के लिए भी उन्होंने ऐसी शब्दावली इस्तेमाल की जिसको सुनकर कोई भी कानों में उंगलियां डालने को मजबूर हो जाए।
अमर सिंह इतने पर ही नहीं रुके बल्कि आजम खान पर बेहद संगीन बात कहते हुए उन्होंने आजम खान को पठान मानने से ही इंकार कर दिया और उनकी जाति को नाई बता डाला।