जमीयत उलेमा हिन्द ने आवाज बुलंद करते हुए भारत सरकार से मांग उठाई है कि चीन को सबक सिखाने के लिए मुस्लिम रेजिमेंट बनाने का ऑर्डर पास करे, जिससे कि देश का मुस्लिम युवा भारतीय फौज में भर्ती होकर देश सेवा कर सके।
संभल: लद्दाख -चीन बॉर्डर पर हुई झड़प के दौरान शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों की शहादत से आहत जमीयत उलेमा हिन्द ने चीन के सामान का पूर्णरूप से बहिष्कार करने की मांग के साथ साथ देश में मुस्लिम रेजिमेंट बनाये जाने की भी मांग उठायी।
जमीयत उलेमा हिन्द ने भारतीय मुस्लिम युवाओं को भारतीय सेना में भर्ती करते हुए देश सेवा करने की भी भारत सरकार से मांग की है।
लद्दाख़ की गलवान घाटी में चीन और भारतीय सैनिकों की झड़प के बाद शहीद हुए 20 सेनिको की शहादत के बाद अब उत्तर प्रदेश के ज़िला संभल से जमीयत उलेमा हिन्द ने आवाज बुलंद करते हुए भारत सरकार से मांग उठाई है कि चीन को सबक सिखाने के लिए मुस्लिम रेजिमेंट बनाने का ऑर्डर पास करे, जिससे कि देश का मुस्लिम युवा भारतीय फौज में भर्ती होकर देश सेवा कर सके।
दअरसल आज संभल के सरायतरीन के पीला खदाना में जमीयत उलेमा ए हिन्द के जिलाध्यक्ष मौलाना मेहर इलाही के आवास पर एक मीटिंग हुई।
इस मीटिंग में दर्जनों लोगों ने अपने विचार रखते हुए चीन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया गया।
इस मीटिंग में पड़ोसी देश नेपाल द्वारा सीमाओं के आंकलन के मुद्दे पर भी मौलानाओं ने अपने विचार रखे।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार को चाहिये कि वह नेपाल से हर तरह का रिश्ता खत्म करते हुए उसे दी जा रही सुविधाएं भी वापस ले ले। वहीं वीर शहीद अब्दुल हमीद के नाम पर एक मुस्लिम रेजिमेंट बनाने पर भी ज़ोर दिया गया।