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रामपुर से सऊद खान की रिपोर्ट
आज़म खान(Azam Khan) ने कहा 24 घंटे में मुक्त कराया था 40 एकड़ ज़मीन से कब्ज़ा। जनसभा में भावुक हुए आज़म ने अपने परिवार पर हुए मुकद्दमों पर दुःख ज़ाहिर किया।
रामपुर में चल रहे उपचुनाव में चुनावी हलचल ज़ोरों पर है। सपा के कद्दावर नेता आजम खान भी अपनी पत्नी ताज़ीन फातिमा को जिताने की पुरजोर कोशिश में चुनावी सभाएं कर रहे हैं। वह चुनावी अभियान में किसी तरह की कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहते। वह अपने ऊपर हुए मुकदमों और अपने परिवार वालों के नमाज और रोजा का वास्ता देकर मुस्लिमों का ध्रुवीकरण करने में जुटे हैं।
आजम खान पूरी तरह इस चुनाव में ध्रुवीकरण करने का प्रयास कर रहे हैं। वह वोट मांगने के लिए अपनी बहन के साथ नमाज पढ़ने की बात कहते हैं तो कभी अपने भाई के नमाजी होने की दुहाई देते नहीं थक रहे।
आजम खान ने जनता से रूबरू होते हुए कहा,,, हमारी मां पर मुकदमा कायम है हमारी 75-77 साल की बहन सात वक्त की नमाज पढ़ती हैं बेवा जो नमाज की जानमाज छोड़कर खाने की तरफ जा रही थी उसका हाथ पकड़कर घसीटते हुए ले गए थाने, मेरा बुजुर्ग भाई जो पांचों वक्त मोहल्ले की मस्जिद में तनहा नमाज पढ़ने जाते हैं अकेले 307 का मुकदमा, मैं और मेरा अब्दुल्लाह बेटा इलाहाबाद में हैं हम पर 307 का मुकदमा।
यह गैरत हमें लेकर डूब गई दोस्तों कि कब्र में हमारे साथ यह इल्जाम भी जाएगा… कि हमने मुर्गियां चुराई थी, हमने बकरियां चुराई थी… अल्लाह तूने हमें उस दिन मौत क्यों नहीं दे दी जिस दिन हमने कोई ऐसा काम किया था।
आजम खान ने कहा यह हमारी बीवी जो प्रोफेसर से रिटायर हुई है जिसने हजारों बच्चे और बच्चियां पढ़ाई हैं यह भैंस चोर है क्या हुआ हमारे साथ और क्यों हो रहा है इसलिए कि हम आप का सौदा नहीं कर सके आपको बेच नहीं सके अपने आपको नहीं बेच सके। आजम खान ने भावुक होते हुए कहा मुझसे हिसाब मांगते हो इसलिए खड़ा किया था की ताज़ीन फातिमा मेरी बीवी है ना खुदा जाने की जीत के बाद कौन सा इंतकाम होगा।