Globaltoday.in | रामपुर
पुलिस ने कोतवाली मिलक क्षेत्र में एक लक्ज़री कार में अवैध रूप से ले जाया जा रहा 4 कुंटल मांस पकड़ा। चेकिंग के दौरान पुलिस ने कार रोकी तो उसमें सवार कई लोग उतर कर भागे। कार की तलाशी करने पर पुलिस को अवैध रूप से ले जाया जा रहा लगभग 4 कुंटल मांस मिला। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है।
उत्तर प्रदेश के जनपद रामपुर के कोतवाली मिलक क्षेत्र में चेकिंग के दौरान आज एक हौंडा सिटी कार से 4 कुंटल प्रतिबंधित पशुओं का मांस पुलिस ने पकड़ा है, हालांकि पुलिस को देखकर आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने प्रतिबंधित पशु का मांस और कार को अपने कब्जे में लिया। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है।
अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया,”मिलक पुलिस के द्वारा रात्रि चेकिंग के दौरान आज प्रातः 4:30 बजे एक कार को रोका गया तो उसमें से कुछ आदमी उतर कर भाग गए। चेक करने पर पता चला उसमें 4 कुंटल प्रतिबंधित पशुओं का मांस था। इस संबंध में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित कर दी गई है। अभियुक्तों के बारे में कुछ अहम सुराग मिले हैं और उन्हें बहुत जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस ने अभी किसी की भी गिरफ्तारी का खुलासा नहीं किया है लेकिन तस्वीरें कुछ और बयान कर रही हैं। कार चेकिंग के दौरान मांस मिलने पर हिंदू संगठन के एक युवक को पुलिस की मौजूदगी में ही जमकर धुनाई लगाई और पीटते हुए पुलिस थाने ले गए तस्वीरों में मौके पर पुलिस भी देखी जा सकती है।
रामपुर में पिछले कुछ दिनों से गौ मांस तस्करी को लेकर हिंदू संगठन पुलिस पर सवाल खड़े कर रहे हैं। यहां तक कि थाने का घेराव और धरना प्रदर्शन भी किया गया। ऐसे में यह घटना पुलिस चेताने के लिए काफी है कि इस मुद्दे पर अब और ढिलाई न बरती जाए जिससे लोगों को कानून अपने हाथ में लेने का मौका ना मिले और कोई अप्रिय घटना ना हो और अमन और कानून व्यवस्था के लिए खतरा पैदा ना हो जाए।
- रूस ने अफगान तालिबान को आतंकवादी संगठनों की सूची से हटाया
- अमेरिका में अप्रवासियों के लिए नया नियम लागू, अब 24 घंटे अपने पास रखने होंगे ये कागजात
- ‘बहन मायावती इकलौते सांसद से वक्फ विधेयक के खिलाफ वोट नहीं करा पाईं’- दानिश अली
- रामपुर: टैक्स बार एसोसिएशन की साधरण सभा आयोजित
- अमेरिका ने 5 और ईरानी संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाए
- उत्तराखंड के सरकारी अस्पताल में 15 महीनों में एचआईवी के 477 मामले सामने आए, अधिकारियों ने कहा ‘खतरनाक प्रवृत्ति’