पटना- राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि भाजपा विरोधी दलों(महागठबंधन) को एकजुट करने का काम आखिरकार कांग्रेस पार्टी को ही करना होगा.
लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना में शनिवार को बीपी मंडल जयंती समारोह में पार्टी दफ़्तर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि सबसे बड़ी और सबसे पुरानी पार्टी होने की वजह से कांग्रेस पार्टी के ऊपर ये ज़िम्मेवारी बनती है कि वह सबको साथ लेकर चले. हालांकि, तेजस्वी ने यह भी कहा कि उनकी अपनी भी कोशिश है कि ज़्यादा से ज़्यदा विपक्षी पार्टियों को एक साथ एक मंच पर लाया जाए.
बिहार के राजनीतिक गलियारों में तेजस्वी यादव का यह बयान काफ़ी एहम है क्योंकि हाल ही के दिनों में बिहार कांग्रेस के कई नेताओं ने उनके बयानों पर शिकायत जताई थी कि महागठबंधन का दरवाजा फलां दल के लिए खुला है और फलां दल के लिए जगह नहीं. लेकिन अब सवाल है कि क्या तेजस्वी के इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी का शीर्ष नेतृत्व बिहार में महगठबंधन को फिर एकजुट करने की कोशिश करेगा? क्योंकि तेजस्वी यादव नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड की महागठबंधन में वापसी के विरोधी रहे हैं.