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सर सैयद अहमद खां पहले भारतीय मुसलमान थे जिन्होंने वैज्ञानिक शिक्षा एवं विकास के लिये आवाज़ उठाई- डा.उमर तसनीम

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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की 202 वीं जयंती एएमयू के मल्लपुरम केंद्र में मनाई गयी

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अलीगढ से फैज़ मोहम्मद की रिपोर्ट

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के संस्थापक सर सैयद अहमद खान(Sir Syed Ahmed Khan) की 202 वीं जयंती एएमयू(AMU) केंद्र मल्लापुरम(Mallapuram) में भी मनाई गई।

इस मौके पर समारोह को सम्बोधित करते हुए कालीकट विश्वविद्यालय के डा. उमर तसनीम ने कहा कि सर सैयद अहमद खां पहले भारतीय मुसलमान थे जिन्होंने वैज्ञानिक शिक्षा एवं विकास के लिये आवाज़ उठाई और मुस्लिम समाज को अंधेरों से निकालकर उजाले की ओर लाने में मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय सिर्फ एक संस्थान ही नहीं है, बल्कि तालीम के मैदान में एक क्रान्ति है।

समारोह में मौजूद केंद्र के निदेशक डॉ फैसल केपी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय सर सैयद अहमद खान के ख़्वाबों को पूरा करने की दिशा में एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपलब्धि है। केरल, पश्चिम बंगाल और किशनगंज में तीन केंद्रों की स्थापना के साथ, एएमयू ने सर सैयद के सपनों में से एक को साकार किया है। उन्होंने समाहरोह में उपस्थित सभी लोगों से आग्रह किया कि एएमयू के इन केंद्रों के विकास के लिए पूरी एएमयू बिरादरी को एक साथ आना चाहिए।

इस मौके पर आयोजन के जनरल संयोजक शकील अहमद, संयुक्त संयोजक शहनवाज अहमद, कार्यक्रम समिति के संयोजक और डिप्टी प्रॉक्टर डॉ शहनवाज अहमद मलिक, सहायक डीएसडब्ल्यू डॉ नजमुद्दीन टीऔर प्रोवोस्ट डॉ अबू शाहिद ने भी भाषण दिए।

समारोह में अच्छे और मेहनती छात्रों को इनाम भी बांटे गए और समारोह के बाद शाम-ए-गजल का आयोजन भी हुआ।

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