Globaltoday.in|सऊद खान| रामपुर
सपा सांसद आजम खान(Azam Khan) की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं। सपा शासनकाल में आजम खान द्वारा जौहर यूनिवर्सिटी(Jauhar University) के लिए दलितों की 104 बीघा जमीन बिना जिला प्रशासन की अनुमति लिए और नियमों की अनदेखी कर जौहर ट्रस्ट के नाम कराई गई थी।
इस संबंध में हुई शिकायत पर जिलाधिकारी द्वारा जांच कराई गई। इस मामले में राजस्व परिषद द्वारा 11 मुकदमे दर्ज किए गए थे। सभी मुक़दमों का संज्ञान लेते हुए अवैधानिक ढंग से खरीदी गई जमीन को राज सरकार में निहित करने का निर्णय लिया गया।
ज़मीन पर क़ब्ज़ा लेने के लिए जिला प्रशासन आज यूनिवर्सिटी पहुंचा और पैमाइश कर जमीन पर कब्जा लेने की प्रक्रिया शुरू की। आपको बता दें दलितों की 104 बीघा जमीन जौहर ट्रस्ट के नाम खरीदी गई थी।
आजम खान को एक बार फिर कोर्ट ने किया नोटिस जारी।
वहीं इसके अतिरिक्त जौहर ट्रस्ट द्वारा डेवलपमेंट पर खर्च की गई धनराशि का टैक्स भी ट्रस्ट पर बकाया है, जिसका लगभग 137 लाख रुपया जौहर ट्रस्ट को श्रम विभाग में जमा करना था।
उपरोक्त धनराशि जमा ना करने की स्थिति में जिला प्रशासन ने आज यूनिवर्सिटी की दो अंडर कंस्ट्रक्टिव बिल्डिंग को भी कब्जे में लेकर सील करने की कार्रवाई की गयी है।
CAA Protest: रामपुर हिंसा में आजम खान का करीबी भी शामिल, पुलिस ने की 150 लोगों की पहचान
पहले जिला प्रशासन द्वारा ट्रस्ट की प्रशासनिक बिल्डिंग को सीज़ करना तय किया गया था, लेकिन यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा विद्यार्थियों की परीक्षा चलने का हवाला देते हुए उस बिल्डिंग को सीज ना करने का प्रार्थना पत्र दिया गया जिसके बाद एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग को छोड़कर यूनिवर्सिटी की दो अन्य बिल्डिंग को सील किया गया है।
अब ऐसी स्थिति में अगर जौहर ट्रस्ट द्वारा उपरोक्त धनराशि जमा नहीं की जाती है तो जिला प्रशासन सील की गई बिल्डिंग को नीलाम करने की कार्यवाही करेगा।
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)