47 दिनों से एंबुलेंस में रहने वाले 50 साल के Corona warrior बाबू भारती बोले- ‘Covid-19 से जीत कर ही जाऊंगा घर’

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Corona Warriors Babu bharti
47 दिनों से एंबुलेंस में रहने वाले 50 साल के Corona warrior बोले- ‘Covid-19 से जीत कर ही जाऊंगा घर’

Globaltoday.in | राहेला अब्बास | सम्भल

कोरोनावायरस(Coronavirus) जैसी वैश्विक महामारी ने देश में कोहराम मचाया हुआ है. कोरोना वॉरियर्स(Corona warriors) यानि मेडिकल स्टाफ इस महामारी से हर तरह से जंग लड़ रहा है. देश में काफी मेडिकल स्टाफ ऐसे हैं जो कि जबसे महामारी फैली है अस्पताल से अपने घर नहीं गए हैं. उन्हीं में से ही एक हैं बाबू भारती.

यह रमजान का महीना 50 वर्षीय बाबू भारती (Babu Bharti) के लिए हर साल की तरह बिल्कुल अलग है. उनकी पत्नी बिल्क़ीस इफ्तार के लिए सैवय्यां नहीं बना रही हैं और उनके तीनों बच्चे अब्बू से नए कपड़ों की डिमांड भी नहीं कर रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि बाबू भारती उत्तर प्रदेश के सम्भल जिले में एंबुलेंस ड्राइवर हैं और यहाँ के कोरोना संक्रमित लोगों को अस्पताल तक पहुंचाने जैसा कठोर काम बाबू भारती के कंधों पर है.

पिछले 47 दिनों से बाबू भारती घर नहीं गए

बाबू भारती ने पिछले 47 दिनों से अपने परिवार को नहीं देखा है. 23 मार्च से वो जिले के कंटेनमेंट जोन और हॉस्पॉट्स में चक्कर लगा रहे हैं और तभी से एंबुलेंस ही उनका घर बना हुआ है.

बाबू भारती एम्बुलेंस में ही सो जाते हैं
बाबू भारती एम्बुलेंस में ही सो जाते हैं

 बाबू भारती के अनुसार,“मैं एंबुलेंस में सोता हूं और मैं नहाता तब हूं जब खेतों में मुझे कोई ट्यूबवेल नजर आ जाता है. मेरे खाने का इंतजाम जिला अस्पताल करता है, जहां पर मैं काम करता हूं. मैंने फैसला किया है कि मैं अब घर तभी जाऊंगा जब हम कोरोनावायरस के खिलाफ जंग जीत लेंगे.”

कौन हैं बाबू भारती ?

बाबू भारती (Babu Bharti) जिला अस्पताल में कॉन्ट्रैक्ट पर हैं और उनकी मासिक आय 17 हजार रुपए है. सम्भल की कोविड-19 रैपिड एक्शन टीम के इन चार्ज डॉ. नीरज शर्मा ने कहा कि बाबू भारती तबसे टीम का हिस्सा हैं, जबसे जिले में कोरोनावायरस (Coronavirus) का आतंक फैला है.

उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में करीब 1100 कोरोना संदिग्धों को टेस्ट के लिए लाया गया, जिनमें से कम से कम 700 को लाने का काम बाबू भारती ने किया. दिन हो चाहे रात बाबू भारती हमेशा अपनी एंबुलेंस को लेकर तैयार रहते हैं. उनका समर्पण सरहानीय है.

बाबू भारती (Babu Bharti) से कहा गया था कि रमजान का महीना है वह अपने घर जा सकते हैं, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि जबतक जिला ग्रीन जोन में नहीं आता तब तक वो घर नहीं जाएंगे.

बाबू भारती (Babu Bharti) का घर मंडी किशनदास सराय गांव में है, जो कि जिला अस्पताल से कुल 9 किलोमीटर की दूर पर है. बाबू भारती ने कहा कि वो हर सुबह अपने परिवार से बात करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि वो सुरक्षित हैं.