उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शिक्षक भर्ची में घोटाले के खिलाफ कैंडल मार्च निकाल रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने बेरहमी से लाठियों से पीटा है। उनपर दौड़ा-दौड़ाकर लाठियां बरसाई गईं। जिसमें कई लोगों को चोटें आई हैं।
उत्तर प्रदेश में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में घोटाले का मामला अभी भी गर्माया हुआ है। अभ्यर्थियों ने इस भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसी के खिलाफ शनिवार की शाम लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास की तरफ कैंडल मार्च निकाला। इन अभ्यर्थियों को पुलिस ने आगे बढ़ने से रोकने के नाम पर अचानक जबरदस्त लाठीचार्ज किया।
पुलिस का हमला इतना अचानक था कि कैंडल मार्च निकाल रहे अभ्यर्थी हक्का-बक्का रह गए। उन पर हर तरफ से पुलिस की लाठियां बरस रही थीं। ऐसे में बहुत अभ्यर्थियों को पुलिस ने लाठियां मारते हुए दौड़ाना शुरु कर दिया। कुछ अभ्यर्थियों ने तो रेलिंग से कूदकर अपनी जान बचाई।
समाजवादी पार्टी ने इस लाठीचार्ज पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। समाजवादी पार्टी ने कहा है, “युवा बेरोजगारों इंकलाब होगा, बाइस में बदलाव होगा।”
उधर एनएसयूआई(NSUI) ने इस घटना की तीखी निंदा की है। एनएसयूआई ने कहा है कि ये सबकुछ याद रखा जाएगा।
गौरतलब है कि बीते कई महीनों से उत्तर प्रदेश में अभ्यर्थी 69000 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में धांधली के खिलाफ लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे हैं। इनका कहना है कि इसमें 22000 सीटों को जोड़ा जाए। इसी मांग को लेकर शनिवार शाम अभ्यर्थियों ने 1090 चौराहे से मुख्यमंत्री आवास तक कैंडल मार्च निकाला। लेकिन रास्ते में ही पुलिस ने इन्हें रोक लिया और उनपर जमकर लाठियां चलाईं।
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