पंजाब सरकार की कमियों पर की गई रिपोर्टिंग के बाद प्रदेश की आम आदमी पार्टी सरकार ने यह कदम उठाया है।
पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने जी मीडिया के जी न्यूज़ चैनल को बंद करने का तुगलकी फरमान जारी किया है। भगवंत मान सरकार ने इस फैसले को लेकर कोई औपचारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं किया।
इससे पहले खबर आई थी कि जी मीडिया के सभी चैनल, जिनमें हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी जैसी क्षेत्रीय भाषा के चैनल भी शामिल हैं, को भी ब्लैक आउट कर दिया गया है। हालांकि, पंजाब में हमारे दर्शकों ने सिर्फ जी न्यूज़ चैनल का प्रसारण नहीं होने की पुष्टि की है। ये रोक Zee मीडिया के हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी समेत सभी क्षेत्रीय भाषाओं के चैनलों पर लगाई गई हैं।जी मीडिया समूह के अन्य चैनल पंजाब में उपलब्ध हैं।
मंत्री का वीडियो दिखाने पर लिया फैसला
सूत्रों के अनुसार मान सरकार में मंत्री बलकार सिंह का 21 साल की लड़की के साथ का आपत्तीजनक वीडियो इस मीडिया संस्थान ने अपने चैनल पर दिखाया था। जिसके बाद मान सरकार ने चैनल पर रोक लगाने का फैसला किया। वहीं, चैनल के प्रसारण पर रोक लगाने की खबर पर विपक्ष ने मान सरकार को घेरने के साथ ही लोकत्रंत पर हमला बोला और इसकी तुलना आपातकाल से की।
मीडिया ग्रुप की भी प्रतिक्रिया आई सामने
वहीं, इस पूरे प्रकरण में मीडिया संस्थान का कहना है कि कई लोगों की शिकायतें आ रही हैं कि वो अपने घर में Zee मीडिया के चैनल नहीं देख पा रहे हैं। Zee के रिपोर्टर ने संस्थान को बताया कि सरकार में कोई भी इस संबंध में कोई जवाब नहीं दे रहा है और कहा जा रहा है कि उनके पास कोई जानकारी नहीं है।
राजनीतिक दलों ने की आप की निंदा
बीजेपी, जेडीयू ने भी आप सरकार के इस फैसले की निंदा की है। जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि आप की शुरुआत मीडिया की वजह से हुई है। जब-जब मीडिया की आजादी पर प्रहार होता है तब लोकतंत्र खतरे में होता है। उन्होंने केजरीवाल से आग्रह किया कि वे पंजाब में ऐसे कदम न उठाएं।
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)
- एएमयू संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को भारत रत्न देने की मांग उठी