शाहरुख़ ख़ान, जिन्हें अक्सर “बॉलीवुड के बादशाह” के रूप में जाना जाता है, एक ग्लोबल आइकॉन हैं जिनकी साधारण पृष्ठभूमि से लेकर दुनिया के सबसे सम्मानित अभिनेताओं में से एक बनने की यात्रा बेमिसाल है। तीन दशकों से अधिक के करियर में, उन्होंने न केवल भारतीय सिनेमा में स्टारडम की नई परिभाषा लिखी है, बल्कि अपनी करिश्माई अदाकारी से दुनिया भर के दर्शकों को मंत्रमुग्ध भी किया है। फिल्मी कामयाबियों की ऊंचाईयों से परे, शाहरुख़ ख़ान को उनकी हाज़िर जवाबी, खाकसारी और चट्टानी हौसले के लिए भी सराहा जाता है। यह वह नूर है जो हर क्षितिज पर चमकता है, यह वह जादू है जो सीमाओं से परे भी सर चढ़ कर बोलता है। तभी तो यह किंग खान है, जो करोड़ों लोगों के दिलों पर राज करता है। इनके तख्त हिलने की बद- दुवाएं और ताज छीनने की ख्वाहिश तो बहुतों ने की होगी, किले की दीवार के गिरने का इंतजार या इंतज़ाम तो कईयों ने किया होगा लेकिन बुरी नज़र वाले तेरा मुंह काला। शारूख खान जो पहले बॉलीवुड के बादशाह थे, अब अज़ीममुश्शान शहंशाह बनकर उभर गए हैं। लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल में लाईफ टाईम अचीवमेंट अवॉर्ड मिलने के बाद तो उनके ताज में एक नगीने का और इज़ाफा हो गया है।
व्यक्तिगत और पेशेवर संकट का दौर
शाहरुख़ ख़ान ने तीन दशकों से अधिक समय तक फैले अपने कैरियर में 2010 के मध्य में एक गिरावट देखी। जो फिल्में पहले ब्लॉकबस्टर सफलता की गारंटी मानी जाती थीं, वे बॉक्स ऑफिस पर असफल होने लगीं, और आलोचकों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया कि क्या ख़ान ब्रदर्स—शाहरुख़, सलमान, और आमिर—का युग खत्म हो रहा है। दबाव बहुत बड़ा था, और मीडिया ने ख़ान की घटती चमक के बारे में अटकलें लगानी शुरू कर दीं। उनका पेशेवर जीवन ही नहीं, बल्कि उनका व्यक्तिगत जीवन भी चर्चा में था। 2021 में, ख़ान को अपने जीवन के सबसे गंभीर व्यक्तिगत संकट का सामना करना पड़ा, जब उनके बेटे आर्यन ख़ान को एक कानूनी मामले में फंसा दिया गया, जिसने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया। यह मामला, जिसे कई लोग राजनीतिक रूप से प्रेरित मानते थे, में आर्यन को ड्रग्स से संबंधित जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। हफ्तों तक ख़ान परिवार मीडिया की तीखी नज़रों में था, और खुद सुपरस्टार को भी भारी पब्लिक ट्रायल का सामना करना पड़ा।
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धमाकेदार वापसी
इन चुनौतियों के बावजूद, शाहरुख़ ख़ान का आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प डगमगाया नहीं। 2023 में, उन्होंने “पठान” के साथ बड़े पर्दे पर शानदार वापसी की, जो एक धांसू एक्शन फिल्म थी और जिसने न केवल बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ दिए बल्कि ख़ान को फिर से बॉलीवुड बॉक्स ऑफिस के किंग के रूप में स्थापित कर दिया। “पठान” के बाद “जवान” भी बड़ी सफलता के झंडे गाड़े , जिसने उनकी वापसी को और भी यादगार बना दिया। उनके स्टार पावर का जलवा फिर से चल गया। मामूली कहानियों के बावजूद भी यह फिल्में सिर्फ शारूख ख़ान के जबरदस्त परफॉर्मेंस और स्टारडम की वजह से इतनी कामयाब रहीं ।कहना गलत नहीं होगा कि शाहरुख खान अब पहले से भी ज्यादा जोश और करिश्मा के साथ वापस लौटे हैं। “पठान” और “जवान” की सफलता सिर्फ उनकी अपार लोकप्रियता का प्रमाण नहीं है, यह उन लोगों को भी पैगाम है, जिन्होंने उनके बदलते समय में उनकी प्रासंगिकता पर ही संदेह जताया था। उनके प्रशंसक, जो हमेशा उनके साथ खड़े रहे, उनकी वापसी का जश्न मनाने लगे, और फिल्म इंडस्ट्री ने इस बात को नोटिस किया कि शाहरुख़ ख़ान न केवल वापस आए हैं, बल्कि और भी दमदार तरीके से उनकी वापसी हुई है।
लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख़ ख़ान ने स्विट्ज़रलैंड में आयोजित 76वें लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल में Pardo Alla Carriera प्राप्त कर अपने शानदार करियर में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। यह अवार्ड सिनेमा में लाईफ टाईम अचीवमेंट के लिए दिया जाता है, और ख़ान इस सम्मान को प्राप्त करने वाले पहले भारतीय अभिनेता बन गए हैं।
लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल, जो ग्लोबल सिनेमा का जश्न मनाता है, ने ख़ान को फिल्म इंडस्ट्री में उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया है। तीन दशकों से अधिक के अपने करियर में, शाहरुख़ ख़ान एक अंतर्राष्ट्रीय आइकन बन चुके हैं, जिन्हें सिर्फ़ उनकी अदाकारी के लिए ही नहीं, बल्कि दुसरों की भलाई चाहने और ग्लोबल कल्चरल इंपैक्ट के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने यह अवार्ड उन सभी को समर्पित किया जिन्होंने उनके सफर में उनका साथ दिया। हाल ही में उनकी अपार बॉक्स ऑफिस सफलताओं के बाद, अब यह सम्मान भारतीय सिनेमा के लिए वह महत्वपूर्ण क्षण है, जो बॉलीवुड और इसके सितारों के लिए यकीनन नई राहें हामवार करेगा।
जारी रहेगा यह सफर
शाहरुख़ ख़ान का स्ट्रगल के दौर से जीत की कहानी हिम्मत, हौसला, जोश, जुनून , प्रतिभा और उनके फैंस के बेपनाह प्यार की कहानी है। उनकी हालिया सफलताओं ने साबित कर दिया है कि अभी बंदे में दिखाने के लिए बहुत कुछ बाकी है। अतीत भी उनका था ही, वर्तमान में भी छाए हुए हैं और भविष्य में भी उनके नाम का सिक्का कभी खोटा नहीं होगा। निरंतर व्यक्तिगत और राजनीतिक चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, ख़ान और भी मजबूत होकर उभरे हैं, और उन्होंने बॉलीवुड के असली “किंग” के रूप में अपनी जगह फिर से पक्की कर ली है और मानो एलान कर रहे हैं,
“हम को मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं
हम से ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं “
(लेखक मुतईम कमाली एक फिल्म लेखक एवं निर्देशक हैं और ये उनके निजी विचार है.)
(डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता/सटीकता के प्रति लेखक स्वयं जवाबदेह है। इसके लिए ग्लोबलटुडे उत्तरदायी नहीं है।)