बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना वाजिद ने सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू करने वाले छात्रों को आतंकवादी कहा है।
बांग्लादेश में छात्रों ने अपने गिरफ्तार साथियों की रिहाई और अन्य मांगों को लेकर सरकार को अल्टीमेटम दिया था, लेकिन जब उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो छात्रों ने कल देश भर में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू करने की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री शेख हसीना से उनके इस्तीफे की मांग की है।
सविनय अवज्ञा आंदोलन के सिलसिले में आज बांग्लादेश के विभिन्न शहरों में हुए विरोध प्रदर्शनों में पुलिस के साथ झड़प में कम से कम 27 लोग मारे गए और 30 से अधिक घायल हो गए।
छात्रों के विरोध प्रदर्शन के चलते सरकार ने देशभर में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी है, वहीं आज शाम से एक बार फिर कर्फ्यू लगाने का ऐलान भी किया है।
इस मुद्दे पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजिद ने अपने बयान में कहा कि जो छात्र सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, वे छात्र नहीं आतंकवादी हैं जो देश को अस्थिर करना चाहते हैं।
शेख हसीना वाजिद ने कहा कि वह अपने देशवासियों से इन आतंकियों को कुचलने की अपील करती हैं।
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)
- एएमयू संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को भारत रत्न देने की मांग उठी