SC ने बिलकिस बानो के 11 दोषियों को फिर से जेल भेजने का आदेश दिया है। कोर्ट ने सोमवार (8 जनवरी) को गुजरात सरकार का फैसला पलट दिया।
बिलकिस बानो ने आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कुछ राहत की सांस ली है। उन्होंने अपने गैंगरेप और परिवार के सात लोगों की हत्या के दोषियों को दी गई छूट को खारिज करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खुशी जताई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, बिलकिस बानो के 11 दोषी जल्द ही फिर से सलाखों के पीछे होंगे। इस अवसर पर बिलकिस बानो ने खुशी जताते हुए कहा, ”आज सचमुच मेरे लिए नया साल है।”
मैं फिर से सांस ले सकती हूँ
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बिलकिस बानो ने अपनी वकील शोभा गुप्ता के हवाले से कहा, ”मैंने खुशी के आंसू रोए हैं। मैं डेढ़ साल से ज्यादा समय में पहली बार मुस्कुराई हूँ। मैंने अपने बच्चों को गले लगाया है… ऐसा लगता है कि जैसे पहाड़ के जितना बड़ा पत्थर मेरे सीने से हट गया है और मैं फिर से सांस ले सकती हूँ।”
एबीपी की खबर के मुताबिक़ उन्होंने कहा, ”न्याय ऐसा ही होता है, मुझे, मेरे बच्चों और हर जगह की महिलाओं को, सभी के लिए समान न्याय के वादे में यह समर्थन और आशा देने के लिए मैं भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय को धन्यवाद देती हूं।”
गुजरात सरकार ने शक्ति का दुरुपयोग किया- SC
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (8 जनवरी) को फैसला सुनाते हुए बिलकिस बानो के 11 दोषियों को दी गई छूट को रद्द कर दिया। दोषियों ने 2002 में गुजरात दंगों के दौरान वारदात को अंजाम दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि गुजरात सरकार ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया। शीर्ष अदालत ने आदेश दिया कि 11 दोषियों को दो सप्ताह के भीतर वापस जेल भेजा जाए।
ये भी पढ़ें:
- स्विट्जरलैंड में जनवरी 2025 से महिलाओं के बुर्के पर प्रतिबंध
- अमेरिका ने रूस को सैन्य उपकरण सप्लाई करने वाली 19 भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया
- ‘कब्रिस्तान में जगह न मिले तो मुझे घर में ही दफना देना’, फिलिस्तीनी की दिल दहला देने वाली वसीयत आई सामने
अपनी टिप्पणी में बिलकिस बानो ने यह भी कहा कि उनकी जैसा सफ़र कभी भी अकेले नहीं किया जा सकता था। उन्होंने कहा, ”मेरे साथ मेरे पति और मेरे बच्चे हैं, मेरे पास ऐसे दोस्त हैं जिन्होंने नफरत के समय भी मुझे बहुत प्यार दिया और हर मुश्किल मोड़ पर मेरा हाथ थामा।”
बिलकिस बानो ने कहा, ”मेरे पास एक असाधारण वकील एडवोकेट शोभा गुप्ता हैं, जो 20 से ज्यादा वर्षों तक मेरे साथ अटूट रूप से चलीं और जिन्होंने मुझे न्याय के बारे में कभी उम्मीद नहीं खोने दी।”
- एक दूसरे के रहन-सहन, रीति-रिवाज, जीवन शैली और भाषा को जानना आवश्यक है: गंगा सहाय मीना
- Understanding Each Other’s Lifestyle, Customs, and Language is Essential: Ganga Sahay Meena
- आम आदमी पार्टी ने स्वार विधानसभा में चलाया सदस्यता अभियान
- UP Bye-Elections 2024: नेता प्रतिपक्ष पहुंचे रामपुर, उपचुनाव को लेकर सरकारी मशीनरी पर लगाए गंभीर आरोप
- लोकतंत्र पर मंडराता खतरा: मतदाताओं की जिम्मेदारी और बढ़ती राजनीतिक अपराधीकरण- इरफान जामियावाला(राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पसमंदा मुस्लिम महाज़)
- एएमयू संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को भारत रत्न देने की मांग उठी