चीन को अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है, चांग’ई 6 मिशन चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतर चुका है।
चीन की अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि चांग’ई 6 चांद के दक्षिणी ध्रुव के एटकेन बेसिन क्रेटर पर उतरा। यह क्रेटर अभी तक का ज्ञात सबसे बड़ा क्रेटर है।
यह किसी भी चीनी अंतरिक्ष मिशन द्वारा चंद्रमा पर चौथी लैंडिंग है, चांग’ई-6 मिशन की लैंडिंग के बाद, चंद्रमा की सतह से नमूने एकत्र किए जाएंगे, जबकि चांग’ई-6 मिशन लैंडर 48 घंटे तक चंद्रमा की सतह पर ही रहेगा।
चांद की सतह से नमूने लेकर आएगा चांग’ई 6
चांग’ई 6 लैंडर चंद्रमा की सतह से मिट्टी और चट्टानों के नमूने एकत्र करेगा और कुल मिलाकर चंद्रमा की सतह से लगभग 2 किलोग्राम नमूने एकत्र करेगा।
चांग’ई-6 मिशन 48 घंटों के भीतर अपना मिशन पूरा करेगा और अपनी वापसी यात्रा शुरू करेगा। नमूने एकत्र करने के बाद, लैंडर चंद्र कक्षा में होगा और बटर के साथ डॉक किया जाएगा, हालांकि, चांग’ई-6 मिशन पृथ्वी पर 25 जून तक वापस आ जाएगा।
इसके अलावा, चीन 2026 में चांग’ई-7 मिशन और 2028 में मून-ई-8 मिशन लॉन्च करेगा। चीन 2030 तक अपने अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर उतारने की योजना भी बना रहा है।
बतादें कि पाकिस्तान का पहला चंद्र उपग्रह iCube Qamar भी चांग’ई 6 मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, हालांकि, iCube Qamar से प्राप्त छवियां चांद E6 मिशन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।