Globaltoday.in | राहेला अब्बास | मुरादाबाद
दिल्ली के निज़ामुद्दीन(Nizamuddin) स्थित मरकज के कार्यक्रम में शामिल होकर 3 मार्च से मुरादाबाद की विभिन्न मस्जिदों में रह रहे 36 जमातियों के मिलने से हड़कम्प मच गया है. पुलिस की भारी मौजूदगी में इन सभी को आइसोलेशन वार्ड भेजा गया है.
भारत लॉक डाउन के बाद दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीग़ी जमात(Tablighi Jamaat) के मामले से देश में मचे बवाल ने केंद्र और प्रदेश सरकारों की परेशानी बढ़ा दी है.
दिल्ली के निजमीद्दीन स्थित मरकज से निकलने के बाद देश के विभिन्न प्रदेशों में पहुँचे इन जमातियों ने कोरोना वायरस की दहशत के ग्राफ को और बढ़ा दिया है. मीडिया में मरकज़ की हर वक़्त की खबरों ने भी आग में घी डालने का काम किया है.
जैसा कि हमेशा होता रहा है ये जमात से जुड़े लोग निजामुद्दीन(Nizamuddin) से देश-विदेश के विभिन्न स्थानों को जाते हैं, वैसे ही इस बार भी हुआ और ले जमात के लोग देश के विभिन्न शहरों और गाँव में फैल गए. बताया जा रहा है कि इनमें से लगभग एक दर्जन लोगों की मौत भी हो चुकी है,
हालांकि इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि यह मौत कोरोना से ही हुई है क्यूंकि अभी तक की जाँच में कोई भी केस पॉजिटिव नहीं पाया गया है.
केंद्र और प्रदेश की योगी सरकार द्वारा बरती गई सख्ती के बाद प्रदेश के शहरों से अब इन जमातियों को ढूंढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया है.
आज मुरादाबाद(Moradabad) के मुगलपुरा थाना क्षेत्र और कोतवाली सदर की मस्जिदों में 3 मार्च से रह रहे 36 जमातियों के मिलने से मुरादाबाद शहर में हड़कंप मचा दिया है. हालांकि सूचना ये है कि इन जमातियों ने खुद ही पुलिस को सूचना देकर बुलाया था और सारी बात भी बताई।
भारी फ़ोर्स के साथ एसपी सिटी अमित आंनद ने दोनों थाना क्षेत्रों में एक अभियान के तहत इन सभी 36 जमातियों की जांच पड़ताल कर आइसोलेशन सेंटर भिजवाया है.