Globaltoday.in | उबैद इक़बाल खान | नई दिल्ली
कोरोना वायरस(Coronavirus) ने पूरी दुनिया को अपने शिकंजे में ले लिया है और हर तरफ तबाही मचा दी है. अभी तक दुनिया में इसने हज़ारों लोगों की जान ले ली है और लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है।
दुनिया के विकसित देशों से लेकर सबसे गरीब देश भी इस महामारी की गिरफ्त में आये हुए हैं. सुपर पावर कहलाया जाने वाला संयुक्त राज्य अमेरिका, इटली और स्पेन सहित कई देश इस महामारी से बुरी तरह प्रभावित हैं।
कोरोना का इलाज तलाशने में 45 से ज़्यादा मुल्कों की टीम एक साथ मिलकर WHO की निगरानी में काम कर रही है.
ऐसे में दुनिया को हिन्दुस्तान के यूनानी विशेषज्ञों की सलाह है कि कोरोनावायरस (Coronavirus) से डरने के बजाय इंसान को अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। ऐसा करने से इस जानलेवा वायरस से बचा जा सकता है.
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल(Safdarjung Hospital) में यूनानी विंग के प्रभारी डा. सैयद अहमद खान(Dr. Sayeed Ahmad Khan) का कहना है कि कोरोना वायरस(Coronavirus) का अभी तक किसी भी पैथी में कोई इलाज नहीं है, लेकिन यह वायरस मजबूत रोग प्रतिरोधक शक्ति वाले शरीरों का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।
डा. सैयद का कहना है कि इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि मजबूत रोग प्रतिरोधक शक्ति वाले जबरन भीड़भाड़ में जाकर घुस जाएं। उन्हें भी सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी का पालना करते हुए घरों में रहना चाहिए।
कैसे बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक शक्ति?
रोग प्रतिरोधक शक्ति को रात में जल्दी सो जाने और सुबह जल्दी उठ कर ताजा और सादा नाश्ता करके मजबूती दी जा सकती है। इसके अलावा ड्राईफ्रूट का सेवन बढ़ा दें तो कोरोना का इन्फेक्शन पास तक नहीं फटकेगा। अलबत्ता इंसानों को एक—दूसरे से दूरी कायम रखने के साथ ही हाथ धोने पर विशेष ध्यान भी देना होगा ताकि कोरोना वायरस हाथों के जरिए शरीर में प्रवेश नहीं कर पाए।
डॉ सैयद अहमद का कहना है कि सुबह उठकर ताजा पका हुआ नाश्ता कर लेने से कुछ ही दिनों में रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ना शुरू हो जाएगी। इसके लिए सुबह नाश्ते में दूध, हलवा, बादाम वग़ैरा खाया जा सकता है। और अगर कोई गरीब है तो वह मूंगफली, चना इत्यादि खाकर भी रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ा सकता है।
क्या मुर्गा खाने से नुकसान है ?
डॉ सैयद अहमद का कहना है कि मुर्गा या मटन खाने से कोई नुकसान अभी तक नज़र नहीं आया है लेकिन रखा हुआ गोश्त खाने से बचें सिर्फ ताज़ा ही लाकर खाएं। फ्रिज में रखा हुआ और प्रोसेस फूड इस वक्त में छोड़ देना ही बेहतर होगा।
सेनेटाइजर कितना ज़रूरी ?
डा. सैयद अहमद का कहना है कि सेनेटाइजर का उपयोग किया जा सकता है लेकिन सबसे अधिक फायदा हाथ धोने से ही होगा। खाना खाने से पहले और बाद में साबुन से हाथ धोएं। जब भी कोई काम करें, साबुन से हाथ धो लें। जहां तक मास्क का सवाल है तो सामान्य फ्लू पीड़ितों के साथ ही कोरोना के लक्षण वाले लोगों के लिए ज़रूरी है, बाक़ी लोग भी लगा सकते हैं लेकिन मास्क से ज्यादा फायदा हाथ धोने से मिलेगा।
उन्होंने बताया कि नीबू पानी बेहतरीन सेनेटाइजर है। चने के बेसन से भी हाथ धोए जा सकते हैं। मुल्तानी मिट्टी भी हाथ धोने के काम ली जा सकती है। लेकिन सबसे बढ़िया है कि साबुन से हाथ धोए जाएं। इसके लिए नीम का साबुन मिल जाए तो सोने में सुहागा हो सकता है।
शहतूत का पत्ता सबसे फायदेमंद
डा. सैयद अहमद का कहना है कि फ्लू का हमला होते ही गले में खराश के साथ ही निगलने में दिक्कत शुरू हो जाती है। ऐसी स्थिति में शहतूत पत्ते के पानी के गरारे तत्काल शुरू कर दिए जाएं। नमक मिले पानी के गरारे भी फायदेमंद रहेंगे। इसके साथ ही चिकित्सक की मदद भी तत्काल ली जाए। ऐसी स्थिति आते ही शबर्ते उन्नाव को गुनगने पानी से लें।