इस्लामाबाद: कानून व्यवस्था की स्थिति पर हुई बैठक में अराजकता और दंगे की कोशिशों को रोकने के लिए एक संघीय दंगा विरोधी बल बनाने का निर्णय लिया गया है।
कानून व्यवस्था की स्थिति पर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसमें सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और उपप्रधानमंत्री इशाक डार ने हिस्सा लिया।
इसके अलावा बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री ख्वाजा आसिफ, अहद चीमा, आजम नजीर, अत्ता तर्र, राणा सनाउल्लाह भी शामिल हुए।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक़ बैठक में अराजकता और दंगों की कोशिशों को रोकने के लिए एक संघीय दंगा विरोधी बल बनाने का निर्णय लिया गया, जबकि प्रधान मंत्री ने अराजकता और दंगे फैलाने वालों की पहचान करने के लिए एक टास्क फोर्स की स्थापना की।
टास्क फोर्स का नेतृत्व संघीय आंतरिक मंत्री करेंगे, टास्क फोर्स में कानून मंत्री, आर्थिक मामलों के मंत्री और सूचना मंत्री शामिल होंगे, जबकि सुरक्षा बलों के प्रतिनिधि भी टास्क फोर्स में शामिल होंगे। टास्क फोर्स 24 नवंबर को अशांति फैलाने में शामिल हथियारबंद लोगों की पहचान करेगी। दंगा विरोधी बल अंतरराष्ट्रीय मानक पेशेवर कौशल से लैस होगा।
दंगा रोधी बल अंतरराष्ट्रीय मानक उपकरणों से लैस होगा जबकि बैठक में एक संघीय फोरेंसिक लैब की स्थापना को भी मंजूरी दी गई।
इस्लामाबाद सेफ सिटी परियोजना को आधुनिक तर्ज पर विकसित करने का भी निर्णय लिया गया, संघीय अभियोजन सेवा को मजबूत करने और जनशक्ति बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया।